केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को कांग्रेस पर हिंदुओं को बांटने और मुसलमानों को लेकर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
एक इंटरव्यू में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती है।
वहीं उन्होंने राहुल गांधी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा है कि वह कितना भी एसटी, एससी और ओबीसी के बारे में बोल ले लेकिन उन्हें उसका ‘एबीसी’ भी नहीं पता।
उन्होंने कहा है कि मोदी जी के विकसित भारत के सपने को चकनाचूर करने के लिए कांग्रेस पार्टी ‘फूट डालो और राज करो’ की राजनीति कर रही है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए किरेन रिजीजू ने कहा, “जब चुनाव होते हैं तो कांग्रेस कहती है कि उसका 15 प्रतिशत वोट प्रतिशत आरक्षित है। यह सोच कितनी गंदी है कि कांग्रेस पार्टी मुसलमान को वोट बैंक के रूप में देखती है। और यह मुसलमान के लिए भी बहुत बड़ा नुकसान है। उन्होंने मुसलमान को गारंटी में ले लिया है किया हमें वोट देंगे ही। तो मुसलमान का उत्थान कैसे हो सकता है।” किरण रिजीजू ने आगे कहा, “कांग्रेस का मूल प्लान यह है कि कि मुसलमान को वोट बैंक बनाकर रखो और हिंदुओं को विभाजित करो।”
रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने इंटरव्यू की एक वीडियो शेयर करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने लिखा, “मुसलमानों को मेरी ओर से चेतावनी: कांग्रेस का वोट बैंक न बनें! हिंदुओं और दूसरे लोगों को मेरी चेतावनी: कांग्रेस पार्टी की फूट डालो और राज करो की नीतियों का शिकार न बनें।”
किरण रिजीजू ने कहा कि कांग्रेस की योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हिंदुओं को विभाजित करते हुए मुसलमानों को अपना वोट बैंक बनाए रखना है।
रिजीजू ने कहा, “राहुल गांधी को एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों की समस्याओं और मुद्दों के बारे में एबीसीडी भी नहीं पता है। फिर भी वह हर समय एससी, एसटी और ओबीसी के बारे में बात करते रहते हैं। उन्हें इस तरह बोलना सिखाया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “अंग्रेजों ने भी हिंदुओं को विभाजित किया था और अब कांग्रेस पार्टी फिर से हिंदुओं को विभाजित करना चाहती है। मैं समझता हूं कि देश को सबसे ज्यादा नुकसान इसी चीज से होगा।
सलिए हमें संगठित रहना है। मैं मुसलमान को भी कहना चाहता हूं कि आप कांग्रेस का वोट बैंक बंद करके कब तक कठपुतली की तरह नाचते रहेंगे। मोदी जी ने सबका साथ सबका विकास नारा लगाकर जो भी काम किया सबको लाभ मिल रहा है चाहे वह किसी भी धर्म के हो।
गौरतलब है कि पिछले महीने राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों पर लगातार हमलों को लेकर मूक दर्शक बने रहने का आरोप लगाया और अराजकतावादी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
राहुल गांधी की टिप्पणी बीजेपी शासित हरियाणा और महाराष्ट्र में भीड़ द्वारा हिंसा की दो घटनाओं के मद्देनजर आई थी। 27 अगस्त को पश्चिम बंगाल के एक मुस्लिम प्रवासी को हरियाणा के चरखी दादरी में कथित तौर पर गोरक्षकों ने गोमांस खाने के संदेह में पीट-पीट कर मार डाला था।
हमले में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। वहीं महाराष्ट्र में एक बुजुर्ग व्यक्ति को गोमांस ले जाने के शक में ट्रेन में गाली-गलौज और मारपीट की गई।
दोनों घटनाओं के स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग नफरत को राजनीतिक हथियार बनाकर सत्ता की सीढ़ियां चढ़े हैं वे लगातार देश में डर का राज स्थापित कर रहे हैं।