हमास द्वारा इजरायल की हमले को एक साल हो गए। युद्ध अभी भी लगातार जारी है, बल्कि और तेज होता जा रहा है।
हमले की बरसी पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जीत की कसम खाई। साथ ही कहा कि उनके देश की सेना ने हमास के 7 अक्टूबर के हमले के बाद से हकीकत को पूरी तरह से बदल दिया।
गाजा पट्टी और लेबनान में चल रही लड़ाई के बीच नेतन्याहू ने सेना से कहाकि इजरायल ही जीतेगा। इस बीच इजरायल अब ईरान पर भी हमला करने की फिराक में है।
हिजबुल्लाह प्रमुख सैय्यद हसन नसरल्लाह और हमास चीफ इस्माइल हनियेह के मारे जाने के बाद से ईरान ने इजरायल पर 180 मिसाइलें दागी हैं।
बढ़ते संघर्ष में अमेरिका के शामिल होने का खतरा भी है। अमेरिका ने इजरायल को महत्वपूर्ण सैन्य और कूटनीतिक समर्थन प्रदान किया है।
साथ ही अमेरिका के सहयोगी अरब देशों के भी इसमें कूदने का खतरा है, जिनके यहां अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं। सीरिया, इराक और यमन में ईरान के सहयोगी आतंकवादी समूह पहले ही इजरायल पर लंबी दूरी के हमलों में शामिल हो चुके हैं।
इजरायल ने बेरुत के दक्षिणी उपनगर में रविवार को हमले जारी रखे। यह हमले लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा हैं, जहां ईरान समर्थित इस ग्रुप का ठिकाना है।
इजरायली सेना के मुताबिक उसने बेरुत में हिजबुल्लाह के आतंकी निशानों हथियार रखने की जगहों पर हमले किया है। इसमें यह भी कहा गया है कि उसने हिजबुल्लाह के इंटेलीजेंस हेडक्वॉर्टर पर भी हमला किया है।
वहीं, हिजबुल्लाह की तरफ से बताया गया है कि उसने हाइफा के दक्षिण में स्थित मिलिट्री बेस को निशाना बनाया है। इजरायल का यह तीसरा सबसे बड़ा शहर है जिस पर ‘फादी 1’ मिसाइल से हमला किया गया है।
इजरायली मीडिया के मुताबिक देश के उत्तर में हमलों में 10 लोग घायल हुए हैं। वहीं, गाजा पट्टी में इजरायल ने एक मस्जिद पर हवाई हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए। इस दौरान एक स्कूल पर असर पड़ा जहां लोगों ने पनाह ले रखी थी।
इस बीच, इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के जबालिया में नए सिरे से हवाई और जमीनी आक्रमण शुरू करने की घोषणा की। उसने कई तस्वीरें और वीडियो प्रसारित की हैं जिनमें इलाके की ओर जा रहे कई टैंक दिखाई दे रहे हैं।
सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने जबालिया को घेर लिया है। युद्ध के दौरान, इजराइल ने वहां कई बड़े अभियान चलाए, लेकिन आतंकवादियों को फिर से संगठित होते देखा।
इजरायल ने उत्तरी गाजा को खाली करने का भी ताजा आदेश जारी किया है जो युद्ध के शुरुआती हफ्तों में काफी हद तक खाली हो गया था, जब इजरायल ने उत्तरी गाजा की पूरी आबादी को दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया था।
ऐसा अनुमान है कि कठिन परिस्थितियों और बड़े पैमाने पर विनाश के बावजूद 3,00,000 लोग वहां रह रहे हैं। सेना ने इलाके में गिराए पर्चों में कहाकि हम युद्ध के नए चरण में हैं। इन इलाकों को खतरनाक युद्ध क्षेत्र माना जाता है। फलस्तीनी निवासियों ने उत्तरी गाजा में इजरायल की ओर से भारी बमबारी किये जाने की खबर दी है।
निवासियों ने हवाई हमलों के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और अपने रिश्तेदारों के लिए शोक व्यक्त किया। इमाद अलारबिद ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि जबालिया में उनके घर पर हवाई हमले में उनके माता-पिता सहित परिवार के 12 सदस्य मारे गए।
उत्तरी गाजा में अल जजीरा के संवाददाता अनस अल-शरीफ ने बताया कि जबालिया में एक घर पर बमबारी में उनका एक सहकर्मी हसन हम्द मारा गया।
फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन ताजा हमलों से गाजा में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या अब 42,000 के करीब पहुंच गयी है।
मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने आम नागरिक और आतंकवादी हैं, लेकिन मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह हमला रविवार तड़के किया गया। इससे पहले इजरायल ने शनिवार को लेबनान में बमबारी करते हुए हिजबुल्ला और हमास, दोनों के लड़ाकों को निशाना बनाया।