जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान खत्म होने के बाद सरकार बनाने के लिए गठबंधन की कोशिशें तेज हो गई हैं।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलेगा।
मगर, भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए समान विचारधारा वाले दलों और व्यक्तियों के लिए दरवाजे खुले हैं। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एनसी और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाते दिख रहे हैं।
अगर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) हमसे जुड़ने के लिए तैयार है, ये बेहद अच्छी बात है। दरअसल, एग्जिट पोल सामने आने के बाद पीडीपी नेता जुहैब यूसुफ मीर ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए वे एनसी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं।
पीडीपी लीडर के इस बयान को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें बधाई हो। उनकी सोच अच्छी है, हम सभी एक राह पर हैं। उन्होंने कहा, ‘नफरत को हमें खत्म करना है और जम्मू-कश्मीर को इकट्ठा रखना है।’
मालूम हो कि शनिवार को आए ज्यादातर एग्जिट पोल में कहा गया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है।
भाजपा को 2014 के विधानसभा चुनाव में मिली 25 सीट की तुलना में इस बार थोड़ा अधिक सीट मिलने की उम्मीद है। पीडीपी को इस बार 10 से भी कम सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। पीडीपी को 10 साल पहले हुए चुनाव में 28 सीट मिली थीं।
5 विधायकों को मनोनित करने पर मचा हंगामा
उपराज्यपाल की ओर से 5 विधायकों के संभावित मनोनयन पर कर्रा ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की मूल अवधारणा के विपरीत और लोगों के जनादेश को विफल करने के लिए चुनाव परिणामों में हेराफेरी के बराबर होगा।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी और भाजपा को उसके मंसूबों में सफल नहीं होने देगी, हालांकि वह सरकार गठन के लिए दावा करने के करीब भी नहीं होगी।’
शहरी स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव पर कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष कर्रा ने कहा कि इस पर अंतिम निर्णय निर्वाचित सरकार पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
पार्टी उम्मीदवारों ने कर्रा को बताया कि पुलिस और प्रशासन भाजपा का पक्षधर है और आरोप लगाया कि प्रशासन सत्तारूढ़ पार्टी के प्रत्याशियों की ओर से चुनावी कदाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में ज्यादातर जगहों पर विफल रहा है।
फारूक अब्दुल्ला का BJP से गठबंधन करने से इनकार
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला कह चुके हैं कि उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए भाजपा से कोई गठबंधन नहीं करेगी।
अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा, ‘हम बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। चुनाव में जो मत हमें मिले हैं वे भाजपा के खिलाफ हैं। मुस्लिमों को वे मुश्किल में डालते हैं, उनकी दुकानों, मकानों, मस्जिदों और विद्यालयों पर बुलडोजर चलाते हैं।
आप समझते हैं कि हम उनके साथ जाएंगे?’ उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान एक भी मुस्लिम को प्रतिनिधित्व नहीं दिया और यहां तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं है।
एनसी अध्यक्ष ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमारे लोग भाजपा के लिए मतदान नहीं करेंगे। अगर वे सोचते हैं कि सरकार बना लेंगे तो वह ख्याली दुनिया में हैं।’