भीषण गर्मी का कहर केवल भारत में ही जारी नहीं है बल्कि दुनिया के कई देशों में इसका असर देखने को मिल रहा है।
इस्लाम के पवित्र शहर मक्का में हज यात्रा शुरू हो चुकी है। सऊदी अरब ने सोमवार यानि आज के लिए तापमान में अत्याधिक वृद्धि होने की चेतावनी जारी की है।
हज यात्रा को इस्लाम में सबसे पवित्र माना जाता है, जिसके लगातार दुनिया भर से लोगों का आना लगा हुआ है। बढ़ती हुई गर्मी का आलम यह है कि हज की यात्रा पर आए जार्डन के 14 लोगों की लू लगने के कारण मौत हो गई है जबकि 17 अन्य लोग लापता है।
मक्का-मदीना में तापमान सबसे ज्यादा
दुनिया की सबसे ज्यादा भीड़ वाली धार्मिक जगहों में से एक मक्का में तापमान अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचता नजर आ रहा है, सऊदी मौसम विभाग के अनुसार इन जगहों पर तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक जाने का अनुमान है।
सऊदी के स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी करते हुए कहा कि पाक जगहों पर तापमान अपने उच्चतम स्तर पर है, ऐसे में हम अल्लाह के मेहमानों से कहना चाहेंगे कि वे अपने आप को ढ़ंके रहे और सीधे धूप में आने से जितना हो सके उतना बचें।
ईरान और सेनेगल के यात्रियों की भी हुई मौत
ईरान ने अपने पांच नागरिकों की मौत की पुष्टि की है लेकिन उन्होंने मौत का कारण नहीं बताया है। वहीं अफ्रीकी देश सेनेगल के विदेश मंत्रालय ने भी अपने तीन नागरिकों की मौत की पुष्टि की है।
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अभी तक 2,764 हीट स्ट्रोक के मामले आए हैं, मंत्रालय ने कहा कि हमनें एडवायजरी जारी की है और हम लोगों से अपील करेंगे कि वह सीधे सूरज के संपर्क में आने से बचें, और दोपहर के समय कम से कम बाहर निकलें, निकलना भी है तो साथ में छाता रखें और ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थ का सेवन करें। गर्मी से बचाव ही इसका सबसे बड़ा इलाज है।
इस साल 18 लाख से ज्यादा लोगों ने की हज यात्रा
जितनी ज्यादा गर्मी सऊदी अरब में पड़ रही है, उतने ही ज्यादा लोग हज यात्रा के लिए मक्का मदीना पहुंच रहे हैं। सऊदी सरकार के मुताबिक दुनियाभर से करीब 18 लाख से ज्यादा हज यात्री हज के लिए मक्का मदीना पहुंचे हैं।
सऊदी सरकार को उम्मीद है कि अभी यह संख्या 20 लाख तक पहुंचेगी। दरअसल कोरोना महामारी के दौरान हज यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, इसलिए लोगों की भीड़ और ज्यादा है।
पिछली साल हज में गई थी 240 लोगों की जान
2023 में करीब 18 लाख लोग हज यात्रा करने के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे। इस यात्रा में सऊदी सरकार के मुताबिक 240 हज यात्रियों की जान चली गई थी।
मरने वाले ज्यादातर हाजी इंडोनेशिया के थे। उनकी मौत का कारण सामने नहीं आया था। सऊदी अरब सरकार के मुताबिक पिछली साल हज में गर्मी से होने वाली बीमारियों के करीब दस हजार मामले सामने आए थे जिसमें से करीब 10 प्रतिशत मामले हीटस्ट्रोक के थे।