स्वीडिश थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने परमाणु हथियारों की संख्या में पाकिस्तान को पछाड़ दिया है, जबकि चीन के परमाणु जखीरे में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
चीन के परमाणु हथियारों की संख्या जो कि पिछले साल जनवरी में 410 थी वह इस साल जनवरी में बढ़कर 500 हो गई है।
दुनिया पिछले दो साल से दो बड़ी जंगें देख रही है, ऐसे में स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि नौ देश जो परमाणु हथियारों से लैस हैं और जिनमें भारत, पाकिस्तान और चीन भी शामिल हैं, लगातार अपने परमाणु हथियारों को बढ़ा रहे हैं और उनका आधुनिकीकरण कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में 2,100 परमाणु हथियार है, जिनमें से ज्यादातर रूस और अमेरिका के पास हैं।
रूस और अमेरिका के सभी हथियार हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं और बैलेस्टिक मिसाइल के वॉर हेड सिस्टम के उपयोग के लिए हैं।
कुछ रिपोर्टों की माने तो चीन ने भी पहली बार अपने परमाणु हथियारों को हाई ऑपरेशनल अलर्ट मोड पर रखा हुआ है।
भारत के पास हैं 172 परमाणु हथियार
सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास जनवरी 2024 तक 172 परमाणु हथियार थे, यह पाकिस्तान के 170 परमाणु हथियारों से 2 ज्यादा हैं।
रिपोर्ट के अनुसार भारत और पाकिस्तान दोनों ही लगातार अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहे हैं।
सिपरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का मुख्य लक्ष्य भारत है, तो वहीं भारत लगातार लंबी दूरी की मिसाइलों को बनाने की कोशिश में है, जो कि चीन के पूरे क्षेत्र तक अपनी पहुंच बना सके।
सिपरी की रिपोर्ट में यह भी निकल कर सामने आया कि भारत, पाकिस्तान और नॉर्थ कोरिया लगातार अमेरिका और रूस की तरह बैलेस्टिक मिसाइलों पर परमाणु हथियारों को लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
चीन के बारे में बोलते हुए सिपरी के हेन्स क्रिश्चियन ने कहा कि इस देश ने किसी भी देश से ज्यादा तेजी के साथ परमाणु हथियारों का निर्माण किया है।