प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलहकार):
श्री हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल मंगलवार को है।
श्री हनुमान जन्मोत्सव पर ऐसे योग बन रहे हैं, जो कि हनुमान जी के प्राकट्य के समय बने थे।
इस दिन व्रत करने के अलावा बूंदी, हलवा, लड्डू का भोग लगाने की पंरपरा है।
ज्योतिष अन्वेषक अमित गुप्ता ने बताया कि पंचांग के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के तिथि 23 अप्रैल को सुबह 325 बजे से शुरू होगी और 24 अप्रैल को सुबह 5.18 बजे समाप्त होगी।
इस कारण श्री हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल को मनाई जाएगी। भक्त सुबह 325 बजे से लेकर 518 बजे के बीच श्री हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं। इस समयकाल में पूरे दिन शुभ मुहूर्त रहेगा।
बूंदी, लड्डू का प्रसाद, केसरिया रंग का सिंदूर जरूर चढ़ाएं
ज्योतिषाचार्या रुचि कपूर के अनुसार इस दिन चित्रा नक्षत्र भी पड़ रहा है और चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं। मंगलवार का दिन भगवान श्री हनुमान जी को समर्पित है।
हनुमान जन्मोत्सव के दिन बूंदी, लड्डू का प्रसाद जरूर चढ़ाएं और केसरिया रंग का सिंदूर जरूर चढ़ाएं। इस दिन श्री हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण का पाठ करने हनुमान जी की कृपा हमेशा अपने भक्तों पर बरसती रहती है।
ज्योतिषाचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार 23 अप्रैल मंगलवार को श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा और विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
पूजा-जाप, दान अनुष्ठान अनंत फलदायी
ज्योतिषाचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार 23 अप्रैल को चैत्र शुक्ल पूर्णिमा है। इस बार श्री हनुमान जन्मोत्सव पर मंगलवार और चित्रा नक्षत्र दोनों एक साथ पड़ रहे हैं।
वैसी ही स्थिति बन रही है जैसा कि श्री हनुमान जी के प्राकट्य के समय बनी थी। श्री हनुमान जन्मोत्सव पर श्री हनुमान जी के निमित्त किए गए पूजा जाप दान अनुष्ठान अनंत गुना फल और श्री हनुमान जी की विशेष कृपा प्रदान करने वाले रहेंगे।