दमईडीह के गौठान में वर्मी खाद उत्पादन कर समूह की महिलाएं हो रही आर्थिक रूप से सशक्त
बेमेतरा :- छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना से स्व सहायता समूह की महिलाएं गौठानों से जुड़कर गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन में जुटी हुई हैं। समूहों के द्वारा वर्मी खाद तैयार करने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।
बेमेतरा जिले के ग्राम दमईडीह के गौठान में मॉ महामाया महिला स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी खाद का उत्पादन किया जा रहा है। समूह की महिला श्रीमती लता विश्कर्मा ने बताया कि गोधन न्याय योजना से जुड़ने से पहले मै अपने परिवार के भरण पोषण के लिए मजदूरी और खेती-बाड़ी का कार्य करती थी। इन कार्यां में आय कम मिलने के वजह से मैं अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण नहीं कर पा रही थी।
लता विश्कर्मा ने बताया कि मैंने गांव के अन्य महिलाओं के साथ मिलकर एक समूह बनाया और छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना से जुड़े और गौठान में वर्मी कम्पोस्ट बनाने का कार्य कर रहे हैं। कृषि विभाग के आत्मा योजनांतर्गत हमारे समूह को निःशुल्क केचुआ प्रदाय किया गया एवं केचुआ खाद उत्पादन हेतु प्रशिक्षण दिया गया और समय-समय पर कृषि अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर सफलतापूर्वक वर्मी खाद का उत्पादन हमारे समूह द्वारा किया जा रहा है। एवं केचुआ खाद के साथ केचुआ का भी उत्पादन कर अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहे है।
अब तक हमारे समूह के द्वारा 1479.55 क्विंटल केंचुआ खाद का उत्पादन किया गया जिसका विक्रय करके गौठान समूह को 579983.60 रू. आय प्राप्त हुआ, व हमारे द्वारा सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन 120.00 क्विंटल किया गया, जिससे 10800.00 रू. समूह को प्राप्त हुआ। इससे मेरी व समूह के अन्य महिलाओं के जीवन में काफी आर्थिक सुधार हुआ है। सभी महिलाएं समूह में काम कर बहुत खुश और उत्साहित है।