गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या की आज कोर्ट में पेशी होनी है।
पेशी के लिए अतीक-अशरफ के हत्यारों को पुलिस प्रतापगढ़ से प्रयागराज लाएगी। कोर्ट से उत्तर प्रदेश पुलिस इन तीनों की रिमांड मांगेगी। बता दें कि यूपी पुलिस ने अब तक इन तीनों से सिर्फ़ एक दिन ही पूछताछ की है।
अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।
आरोपी पहले भी जा चुके हैं जेल
इन तीनों हत्यारों के परिवारवालों के अनुसार इनका परिवार से कोई मतलब नहीं है। हमलावर लवलेश तिवारी पहले भी जेल जा चुका है। शूटर लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी ने बताया था कि इससे पहले भी उनका बेटा एक मामले में जेल गया था। लवलेश नशा भी करता है। हमें कोई जानकारी नहीं की वह वहां कैसे पहुंच गया और हमें इससे कोई मतलब नहीं है। यह प्रयागराज में कब से है हमें नहीं पता।
शूटर सनी कुरारा निवासी पर थाने में 14 मुकदमे दर्ज है। हिस्ट्रीशीटर घोषित होने के बाद से सनी फरार चल रहा था। सनी पिछले करीब पांच साल से अपने घर नहीं आया था। सनी सिंह के भाई पिंटू सिंह ने कहा कि यह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं।
तीसरा शूटर अरुण बचपन में ही घर छोड़कर चला गया था। साल 2010 में ट्रेन में एक पुलिस कर्मी की हत्या में भी इसका नाम आ चुका है। अरुण मौर्य दिल्ली की किसी फैक्ट्री में काम करता था।
गैंगस्टर अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ को गत 15 अप्रैल को पुलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाते वक्त मीडियाकर्मियों के रूप में आये इन तीन बदमाशों ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी थी।