अमेरिका में बड़े पैमाने पर छंटनी का दौर शुरू हो गया है।
खबर है कि अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद IRS यानी इंटरनल रेवेन्यू सिस्टम के 6 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है।
जानकार इस छंटनी पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। साथ ही उनका कहना है कि यह ऐसा किया जा रहा है ताकि IRS अमीरों के मामलों में जांच न कर सके। खास बात है कि ट्रंप ने DOGE विभाग को सरकार के खर्च में कटौती का काम सौंपा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले के जानकार लोगों का कहना है कि IRS ने गुरुवार को लोगों को बताया है कि करीब 6 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाएगा।
खास बात है कि यह फैसला ऐसे समय में लिया गया, जब अमेरिका में टैक्स फाइलिंग की प्रक्रियाएं जारी हैं। IRS में अधिकारी क्रिस्टी आर्मस्ट्रॉन्ग रोते हुए बताती हैं कि उनके करीब 6 हजार सहकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा।
एजेंसी के अनुसार, मामले के जानकार बताते हैं कि कुल 6 हजार 700 लोगों को नौकरी से निकाला जाना है।
इस दौरान बड़े स्तर पर उन लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, जो पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में विस्तार के रूप में काम पर रखे गए थे।
इस विस्तार की वजह अमीर करदाताओं पर नजर रखना थी। खास बात है कि रिपब्लिकन ने यह कहते हुए इ विस्तार का विरोध किया था कि इससे आम अमेरिकी नागरिकों को उत्पीड़न होगा।
फिलहाल, एजेंसी में कर्मचारियों की संख्या करीब 1 लाख है। यह आंकड़ा बाइडेन के 2021 में पद संभालने के दौरान 80 हजार था।
एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि नौकरी से निकाले जाने वालों में रेवेन्यू एजेंट्स, कस्टमर सर्विस वर्कर्स, टैक्स विवाद में अपील सुनने वाले विशेषज्ञ, आईटी कर्मचारी और सभी 50 राज्यों के इम्पैक्ट कर्मचारी शामिल हैं।
ट्रंप प्रशासन खासतौर से ऐसे संघीय कर्मचारियों पर ध्यान लगा रहा है, जो अपने पदों पर नए हैं। साथ ही ऐसे कर्मचारियों पर भी, जिनके पास टेन्योर्ड अधिकारियों की तुलना में कम सुरक्षा है।