अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अवैध प्रवासियों को लेकर नीतियां सुर्खियों में बनी हुई हैं।
ट्रंप की नीतियो को लेकर पहले विरोध जाहिर करने वाला कोलंबिया अब ट्रंप की सारी शर्ते मानने को तैयार है।
व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से आर्थिक रूप से प्रतिबंध लगाने की बात कहते ही कुछ ही घंटो के अंदर यह दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया ने यू-टर्न लेते हुए अवैध प्रवासियों से संबंधित राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों को मानने के लिए राजी हो गया है।
व्हाइट हाउस की तरफ से प्रेस सचिव ने बयान जारी कर कहा कि कोलंबिया की सरकार राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों के लिए राजी हो गई है।
इसमें मुख्य रूप से अमेरिका से लौटे सभी अवैध अप्रवासियों को स्वीकार करना भी शामिल है।
कोलंबिया के विदेश मंत्री लुइस गिल्बर्टो ने भी इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा था कि दोनों देशों के बीच जारी गतिरोध पर काबू पा लिया गया है। कोलंबिया उन अप्रवासियों को अपने यहां वापस लेगा, जिन्हें अमेरिका में अवैध कहा जा रहा है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कोलंबिया के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध रिजर्व में रखे जा रहे हैं। अगर वह समझौते का सम्मान नहीं करते तो उनका उपयोग किया जाएगा।
ट्रंप ने इसके अलावा कोलंबियाई सरकार के सभी पार्टी सदस्यों और सर्मथकों के वीजा पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।
दरअसल, अमेरिका और कोलंबिया के बीच टकराव की स्थिति तब बन गई जब कोलंबिया सरकार ने अवैध प्रवासियों को लेकर आ रहे अमेरिकी विमान को उतरने की अनुमित देने से इनकार कर दिया।
जिस पर नाराज होकर ट्रंप ने रविवार को सभी कोलंबियाई सामानों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। जहां तक अमेरिका और कोलंबिया के रिश्तों की बात है तो दोनों ही देश आपस में करीबी सहयोगियों का रिश्ता साझा करते हैं।
कोलंबिया को अमेरिका से मुक्त व्यापार समझौता भी प्राप्त है। लेकिन कोलंबियाई सरकार द्वारा अवैध अप्रवासियों को वापस लेने से इनकार करने पर दोनों देशों के बीच में व्यापार युद्ध शुरू हो गया।
जिसके बाद कोलंबिया पर टैरिफ की घोषणा कर दी गई। हालांकि बाद में इन प्रतिबंधों को रोक दिया गया।