शेख हसीना के ढाका छोड़ते ही बांग्लादेश भारत विरोधी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है।
वहां पहले हिंदुओं को प्रताड़ित किया गया। इसके बाद मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तान को भी गले लगा लिया है।
हाल ही में उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी। अब खबर आ रही है कि उन्होंने भारत के दुश्मन आईएसआई का भी ढाका में स्वागत किया है।
आपको बता दें कि करीब एक दशक के बाद ISI की टीम ढाका पहुंची है। इससे पहले बांग्लादेश के आर्म्ड फोर्स के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफसर लेफ्टिनेंट जनरल कमर-उल-हसन ने पाकिस्तान का दौरा किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआई की जो टीम ढाका पहुंची है उसमें मेजर जनरल शाहिद अमीर अफ्सर भी शामिल हैं। यह चीन में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके हैं।
उनके साथ दो ब्रिगेडियर, आलम आमिर अवान और मुहम्मद उस्मान जतीफ भी ढाका दौरे पर हैं।
इससे पहले आईएसआई चीफ जनरल मुहम्मद आसिम मलिक के भी बांग्लादेश दौरे की संभावना थी। हालांकि, वह इस टीम में शामिल नहीं हैं।
आपको बता दें कि यह डेलिगेशन 24 जनवरी तक बांग्लादेश में रहेगा। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई तरह की वार्ता की संभावना है। ऐसी रिपोर्ट है कि दोनों देश खुफिया जानकारी साझा करने के बारे में विचार कर सकते हैं।
भारत से हसीना को वापस लाने के प्रयास जारी रहेंगेः बांग्लादेश
वहीं, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बीते मंगलवार को कहा कि वह अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत से वापस लाने के अपने प्रयास जारी रखेगी और यदि जरूरत पड़ी तो अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की भी मांग करेगी।
ढाका से प्रकाशित ‘डेली स्टार’ अखबार की खबर के मुताबिक अंतरिम सरकार में कानूनी मामलों के सलाहकार आसिफ नजरूल ने यहां सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि अगर भारत हसीना को वापस भेजने से इनकार करता है तो यह बांग्लादेश और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा।
आपको बता दें कि शेख हसीना पिछले साल पांच अगस्त से भारत में रह रही हैं।
वह छात्रों के वृहद आंदोलन के दबाव में अवामी लीग (एएल) की 16 साल पुरानी सरकार गिरने पर भारत चली गई थीं।