स्वास्थ्य मंत्री ने किया मौके का निरीक्षण, तीन दिन के भीतर जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के तृतीय तल में स्थित न्यू ट्रामा विभाग में आज दोपहर आग लगने की घटना घटित हुई थी जिसमें कोई भी मरीज एवं मेडिकल स्टाफ घायल नहीं हुआ है।
घटना के दौरान वहां मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं।
न्यू ट्रामा की जिस ओटी में आग लगने की घटना घटित हुई वहां ओटी के बाद साफ-सफाई करके ओटी को बंद कर दिया गया था। बगल में जो ओटी थी वहां पर ऑपरेशन चल रहा था।
ऑपरेशन टीम में तीन-चार डॉक्टर एवं अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल थे। जैसे ही उन्होंने धुआं उठता देखा तुरंत इसकी सूचना प्रबंधन को दी।
इसके साथ प्रबंधन ने आग लगने की घटना के दौरान तुरंत तत्परता दिखाते हुए अस्पताल के स्टाफ की मदद से ओटी से लगे हुए खिड़की के ग्रिल को इलेक्ट्रिक कटर से काटकर और कांच को तोड़कर मरीज एवं डॉक्टरों को सुरक्षित बाहर निकाला।
ऑपरेशन टीम के डॉक्टरों को धुएं के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही थी इसलिए उन्हें ऑब्जरवेशन में भर्ती रखा गया है। सभी लोग अभी सामान्य स्थिति में हैं।
आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है परंतु प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि एयर प्यूरीफायर एवं ए.सी. में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी जिस पर त्वरित काबू पा लिया गया था किंतु दोनों उपकरणों के प्लास्टिक बॉडी के जलने से कक्ष में अत्यधिक धुआं भर गया था।
इस सम्बन्ध में अम्बेडकर अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता विद्युत/यांत्रिक को पत्र लिखकर घटनास्थल का निरीक्षण कर निरीक्षण रिपोर्ट उपलब्ध कराने के त्वरित निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही संपूर्ण अस्पताल परिसर के विद्युत प्रवाह सिस्टम की ऑडिट कराकर ऑडिट रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस घटना की सूचना मिलते ही तत्काल घटना स्थल पर पहुंचकर मरीज के परिजनों एवं डॉक्टरों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के संबंध में इलाज कर रहे डॉक्टरों से जानकारी ली।
उन्होंने घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टरों की त्वरित तत्परता और सूझबूझ की तारीफ़ की।
स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी को संपूर्ण घटनाक्रम की जांच तकनीकी टीम से कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने घटना की वास्तविक वस्तुस्थिति से अवगत होकर प्रबंधन को तीन दिन के भीतर न्यू ट्रामा विभाग को ठीक करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।