प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
द्रिक पंचांग के अनुसार, देवगुरु बृहस्पति 1 मई 2024 से वृषभ राशि में विराजमान हैं।
वहीं, 9 अक्टूबर 2024 से गुरु ग्रह वृषभ राशि में वक्री चाल चल रहे हैं। वहीं, धन के कारक शुक्र ग्रह 13 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में गोचर कर चुके हैं।
जब कोई दो ग्रह एक-दूसरे से 7 वें स्थान पर मौजूद होते हैं, तो समसप्तक योग का निर्माण होता है। इसलिए गुरु और शुक्र के इस संयोग समसप्तक योग का निर्माण हो रहा है।
अगले माह 7 नवंबर को शुक्र के धनु राशि में प्रवेश करते ही परिवर्तन योग का निर्माण करेंगे।
दिवाली पर बनने वाले समसप्तक योग से कुछ राशियों को जबरदस्त लाभ होगा और जनमानस को भी शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे।परिवर्तन योग से भी दोनों ग्रह एक-दूसरे के घर को अधित मजबूत बनाएंगे। आइए जानते हैं गुरु-शुक्र का संयोग दिवाली पर किन राशियों के लिए लाभकारी साबित होगा?
ज्योतिषाचार्य दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार,दोनों गुरुओं अर्थात दैत्य गुरु एवं देवगुरु दोनों का आपस में दृष्टि संबंध निश्चित तौर पर शुभता को बढ़ाने वाला होगा। जहां देवगुरु बृहस्पति आध्यात्मिक, धार्मिक, क्रियाओं, ज्ञान एवं बौद्धिकता में वृद्धि करते हैं।
वहीं पर दैत्य गुरु शुक्र सुख, सौभाग्य ऐश्वर्या, वैभव, दांपत्य जीवन एवं प्रेम आकर्षण में वृद्धि करते हैं। दोनों ही शुभकारक ग्रह माने जाते हैं।
ऐसी स्थिति में दोनों का आपस में दृष्टि संबंध दीपावली के इस महापर्व की शुभता को बढ़ाने वाले होंगे। इन दोनों ग्रहों के आपस में दृष्टि संबंध सभी जातकों पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ेंगे। जिसमें कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव स्थापित होगा।
किन राशियों को होगा लाभ ?
गुरु-शुक्र की यह स्थिति मेष,वृषभ, मिथुन, वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए ज्यादा लाभकारी साबित हो सकता है। प्रेम-संबंधों में मधुरता आएगी।
व्यावसायिक दृष्टि से शुभ समय रहेगा। कारोबार में मुनाफा होगा। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। भौतिक सुख-सुविधाओं में जीवन गुजारेंगे। विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।