प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
13 अक्टूबर को तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में शुक्र प्रवेश कर चुके हैं।
वहीं, गुरु मई के महीने से वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं। इस समय गुरु वक्री अवस्था में हैं। शुक्र गोचर करते ही गुरु से साथ मिलकर समसप्तक योग बना रहे हैं।
ज्योतिष शास्त्र में गुरु व शुक्र ग्रह की स्थिति से बना समसप्तक योग शुभ फलदायक माना जाता है।
इस योग का प्रभाव दिवाली के दिन भी रहेगा। कुछ राशियों के लिए यह योग लाभकारी साबित हो सकता है। आइए जानते हैं दिवाली पर गुरु व शुक्र ग्रहों की स्थिति से बना समसप्तक योग किन राशियों के लिए शुभ साबित हो सकता है-
कैसे बनता है समसप्तक योग:ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कोई दो ग्रह एक-दूसरे से 7वें स्थान पर होते हैं, तब उन ग्रहों के बीच समसप्तक योग का निर्माण होता है।
अन्य शब्दों में जब भी कोई 2 ग्रह आपस में अपनी सातवीं दृष्टि से एक-दूसरे को देखते हैं, तब उन ग्रहों के बीच समसप्तक योग बनता है।
कब से कब तक रहेगा समसप्तक योग:शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में गोचर करने से समसप्तक योग बना है। ऐसे में वृश्चिक राशि में शुक्र के विराजमान रहने तक यह योग बना रहेगा। पंचांग अनुसार, शुक्र 7 नवंबर के दिन धनु राशि राशि में गोचर करेंगे। शुक्र के धनु राशि में गोचर करने पर यह योग समाप्त हो जाएगा।
समसप्तक योग का प्रभाव:ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु व शुक्र मिलकर जब समसप्तक योग बनाते हैं तो इसे बेहद शुभ माना जाता है। इस साल दिवाली गुरुवार के दिन पड़ रही है। ऐसा माना जा रहा कि दिवाली के दिन गुरु व शुक्र ग्रह के समसप्तक योग के प्रभाव से त्योहार का महत्व काफी बढ़ जाएगा।
4 राशियों के लिए शुभ:ज्योतिषीदृष्टिसे,इस साल दिवाली के दिन गुरु व शुक्र के संयोग से समसप्तक योग बनना लाभकारी माना जा रहा है।
इस योग का निर्माण मेष, वृषभ, वृश्चिक व धनु राशि के शुभ माना जा रहा है। ऐसे में रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं। धन लाभ होने की संभावना है। आर्थिक जीवन में सुधार हो सकता है। जीवन में खुशियों का आनंद लेंगे।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।