पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के आरोपी श्रीकांत पांगारकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए।
गौरी लंकेश की 5 सितंबर 2017 को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित उनके आवास के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
महाराष्ट्र की एजेंसियों की सहायता से कर्नाटक पुलिस ने पूरे प्रकरण की जांच की थी और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पांगारकर 2001 से 2006 तक जालना नगरपालिका के पार्षद रहे। उन्हें अगस्त 2018 में गिरफ्तार किया गया था। इस साल 4 सितंबर को कर्नाटक हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी।
अविभाजित शिवसेना की ओर से 2011 में टिकट नहीं दिए जाने पर पांगारकर दक्षिणपंथी हिंदू जनजागृति समिति में शामिल हो गए थे।
वह शुक्रवार को राज्य के पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर की उपस्थिति में शिंदे नीत शिवसेना में शामिल हो गए। खोतकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘पांगारकर पूर्व शिवसैनिक हैं और पार्टी में वापस आ गए हैं।
उन्हें जालना विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान का प्रमुख नामित किया गया है।’ मालूम हो कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव सभी 288 सीटों पर एक ही फेज में मतदान होना है।
20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
जमानत मिलने पर आरोपियों का जोरदार स्वागत
गौरी लंकेश हत्याकांड के मुख्य आरोपियों का बीते दिनों उनके गृहनगर पहुंचने पर कुछ हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया था।
कोर्ट ने 9 अक्टूबर को परशुराम वाघमारे, मनोहर यादव और 6 अन्य आरोपियों को जमानत दे दी थी और 11 अक्टूबर को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
वे सभी 6 साल से अधिक समय तक सलाखों के पीछे रहे। जब वे अपने गृहनगर पहुंचे तो हिंदुत्व कार्यकर्ता उन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास ले गए, जहां भगवा शॉल और माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया।
इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘सनातन धर्म की जय’ के नारे लगाए गए।