भारत और कनाडा के बीच पिछले कुछ दिनों में खालिस्तानी आतंकियों के मुद्दे को लेकर तल्खी कई गुणा ज्यादा बढ़ गई है।
एक ओर जहां जस्टिन ट्रूडो की सरकार खालिस्तानियों को शह दे रही है वहीं दूसरी तरफ वह भारत पर मनगढ़ंत आरोप लगा रही है।
इस बीच अब कनाडाई खुफिया सेवा (सीएसआईएस) की एक शीर्ष अधिकारी के बयान ने एक बार फिर कनाडा के मंसूबों पर सवाल उठाए हैं।
खुफिया विभाग की प्रमुख ने खुलासा किया है कि खालिस्तानियों को बढ़ावा देने में पाकिस्तान का हाथ है और वह इससे अपना उल्लू साधने में जुटा है।
CISS की अंतरिम निदेशक वेनेसा लॉयड सितंबर में एक कमीशन के सामने पेश हुई थीं और आयोग की वकील शांतोना चौधरी ने उनसे इस बारे में पूछताछ की थी।
वेनेसा लॉयड ने इस दौरान बताया, “पाकिस्तान लगातार भारत के प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान सीधे तौर पर खालिस्तानी चरमपंथ का समर्थन कर रहा है।”
वेनेसा लॉयड का यह बयान भारत के आरोपों से मेल खाते हैं कि कनाडा में शरण पाने वाले खालिस्तानी आतंकियों को बढ़ावा देकर पाकिस्तान भारत के खिलाफ अपना हित साध रहा है।
एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र के हवाले से बताया, “आप हमारी बात भले ही ना माने लेकिन यह आपकी अपनी खुफिया अधिकारी का कहना है। इस लड़ाई से उनका कोई लेना-देना नहीं है।”
अधिकारी ने कनाडाई पीएम पर सवाल उठाए, “वे इस पर भड़क क्यों नहीं रहे हैं?” भारतीय अधिकारियों का मानना है कि दोनों देशों के बीच मतभेद बढ़ाने के पीछे कनाडा की मंशा ठीक नहीं है और वह देश की संप्रभुता के उल्लंघन जैसे मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं।