गाजा में इजरायली सेना का भीषण नरसंहार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
सोमवार आधी रात को इजरायल के ताजा हमले में दक्षिण गाजा में 15 लोगों की जान चली गई। यूएन ने गाजा में मानवीय मदद में देरी के लिए इजरायली सेना पर आरोप लगाए।
इजरायली सेना के गाजा में लगातार आक्रामक रुख को लेकर अमेरिकी सरकार इजरायल पर बुरी तरह भड़क गई है। बाइडेन प्रशासन ने इजरायल को चेतावनी दी है कि गाजा में मानवीय स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार लागू करने के लिए उसके पास 30 दिन का समय है, अन्यथा उसे हथियारों की आपूर्ति रोक दी जाएगी।
बता दें कि इससे पहले इजरायली मीडिया ने रिपोर्ट किया था कि एक साल से चल रही जंग में इजरायल मिसाइल और रॉकेट की भारी कमी से जूझ रहा है। इस बीच अमेरिकी की धमकी ने इजरायल को टेंशन में ला दिया है।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल में सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर और रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को बाइडेन प्रशासन से एक पत्र मिला है, जिसमें गाजा पर अमेरिकी स्थिति को स्पष्ट किया गया है।
पत्र में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि पिछले कई महीनों में गाजा में पहुंचने वाली सहायता की मात्रा में काफी गिरावट देखी गई है।
इसके लिए अमेरिका सीधे तौर पर इजरायली सेना को जिम्मेदार मानता है।
शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि गाजा में सहायता के मार्गों को प्रतिबंधित होने से इजरायल की प्रतिबद्धता पर सवाल उठता है और यह भी कि वह अमेरिकी हथियारों का उपयोग अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप नहीं कर रहा है।
इससे पहले इज़रायल ने इसी साल के मध्य में वादा किया था कि वह गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के प्रयास में बाधा नहीं बनेगा और इसे बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
पत्र में ब्लिंकन और ऑस्टिन ने आरोप लगाया है कि “हाल के महीनों में गाजा में मानवीय सहायता में 50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।”
उन्होंने आगे कहा कि सितंबर में गाजा में पहुंची सहायता की मात्रा पिछले साल के किसी भी महीने की तुलना में सबसे कम थी।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा है, “गाजा में मानवीय क्षति को सुधारने और अपने वादे के अनुरूप इजरायल को अभी से 30 दिनों के भीतर स्थिति बेहतर करनी होगी, वरना अमेरिका से मिल रही हथियारों की आपूर्ति रोकी जा सकती है।”