पश्चिम बंगाल के आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।
अब फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (AFIMA) ने देशव्यापी भूख हड़ताल की घोषणा की है। चिकित्सकों के संघ ने बैठक की और घोषणा की कि भूख हड़ताल बुधवार को शुरू होगी।
एफएआईएमए के अध्यक्ष सुवर्णकर दत्ता ने कहा, ‘हम पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के साथ निकट संपर्क में हैं और अपने रुख पर एकजुट हैं।
व्यापक विचार-विमर्श के बाद हमने पश्चिम बंगाल में अपने सहयोगियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए देशव्यापी भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया है।’
इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने आंदोलनरत चिकित्सकों से काम पर लौटने का अनुरोध किया है। जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह करते हुए मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि राज्य के मेडिकल कॉलेजों में जारी 90 प्रतिशत परियोजनाएं अगले महीने तक पूरी हो जाएंगी।
उन्होंने राज्य सचिवालय में कहा, ‘मैं सभी से काम पर लौटने और लोगों को सेवाएं देने की अपील कर रहा हूं। उनमें से कुछ पहले ही ऐसा कर चुके हैं। हम सभी माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। वे इस बात की सराहना करेंगे कि सरकार की ओर से किए गए वादों पर बहुत अच्छी प्रगति हुई है।’
आज शाम को रैली निकालने की तैयारी
प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स ने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए मंगलवार को शाम करीब साढ़े 4 बजे मध्य कोलकाता के कॉलेज स्कवायर से धर्मतला तक रैली करने की भी घोषणा की।
एक चिकित्सक ने कहा, ‘हम राज्य भर के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में सांकेतिक भूख हड़ताल भी करेंगे। इसमें विभिन्न चिकित्सक संघों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
यह मंगलवार सुबह 9 बजे शुरू होगा और रात 9 बजे तक जारी रहेगा। हम कोलकाता में रैली भी करेंगे।’ मालूम हो कि 6 जूनियर डॉक्टर्स शनिवार शाम से ही आमरण अनशन कर रहे हैं। बाद में एक और चिकित्सक उनके साथ शामिल हो गए।
‘ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स इन वेस्ट बंगाल’ के 6 सदस्य जूनियर डॉक्टर्स के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए अनशन में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं।