पाकिस्तान के जैकबाबाद में कथित तौर पर पोलियो कार्यकर्ता के साथ यौन उत्पीड़न के मामले की जांच जारी है।
अब खबर है कि पीड़ित महिला को पति ने घर से बाहर निकाल दिया है। साथ ही उनके तीनों बच्चे भी छीन लिए थे। हालांकि, कोर्ट की तरफ से हस्तक्षेप किए जाने के बाद बच्चों और मां को दोबारा मिला दिया गया है।
पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, जैकबाबाद के एक गांव में यौन उत्पीड़न का शिकार हुई एक महिला पोलियो कार्यकर्ता को उसके पति ने शनिवार घर से निकाल दिया है।
खास बात है कि उत्पीड़न को लेकर अदालत में जज के सामने गवाही के अगले दिन ही पति ने उसके खिलाफ कदम उठाया है।
मां-बच्चों को मिलाने के लिए पीड़िता के वकील निसार अहमद मुगेरी और जाहिद अली सूमरू ने याचिका दाखिल की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता ने पत्रकारों को बताया कि बुधवार को जब वह अपने टीम प्रमुख के साथ आखिरी घर में बच्चे को पोलियो की दवा पिलाकर लौट रही थी, तब संदिग्ध ने बंदूक की नोक पर उसका अपहरण कर लिया था।
महिला का कहना है कि उसने टीम प्रमुख को धमकी भी दी थी कि अगर उसने पीछा किया, तो गोली मार देगा।
अखबार के अनुसार, पीड़िता ने बताया है कि वह उसे जंगल में ले गया, जहां तीन और लोग पहले ही मौजूद थे। तीनों के चेहरे ढंके हुए थे।
महिला का दावा है कि यौन उत्पीड़न के दौरान उसके एक साथी ने वीडियो भी बना लिया था। महिला ने यातना दिए जाने की भी बात कही है। उन्होंने कहा, ‘उत्पीड़न के बाद उसने मुझे जाने दिया। मैं गांव वापस आई, लेकिन किसी भी गांव वाले ने मुझे शरण नहीं दी।’
पीड़िता का कहना है कि वह सिर्फ संदिग्ध की ही पहचान कर सकती है, लेकिन वह तीन साथियों का चेहरा कवर होने के कारण उन्हें नहीं पहचान सकती।
पुलिस ने संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला का कहना है कि घटना के बाद पति ने उसे घर से बाहर निकाल दियाऔर 3 मासूम बच्चियों को भी चीन लिया। उन्होंने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी से मदद की अपील की है।
कोर्ट में पेश किया गया संदिग्ध
घटना के संदिग्ध को मौलादाद पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। कोर्ट ने पुलिस से सैंपल लेने और मेडिकल रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं।