‘2030 तक 148 मिलियन नौकरियों की जरूरत’, भारत को लेकर IMF बुलिश…

IMF (International Monetary Fund) की फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) इस समय भारत के दौरे पर हैं।

बातचीत के दौरान गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत को आज से 2030 के बीच 60 मिलियन से 148 मिलियन नौकरियां बनानी होंगी।

इससे पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार ने आर्थिक सर्वे के जरिए कहा था कि भारत को 8 मिलियन नई नौकरियां आने वाले एक दशक में बनानी होंगी।

MF भारत को लेकर है बुलिश

इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान आईएमएफ की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा है कि भारत के ग्रामीण क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

गीता गोपीनाथ ने कहा कि मानसून इस बार अच्छा रहा है। ऐसे में हम अच्छी कटाई की भी उम्मीद कर रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों की कमाई में इजाफा होगा।

ग्रामीण इलाकों में एफएमसीजी सेक्टर का भी प्रदर्शन बेहतर हुआ है। बता दें, आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी प्रोजेक्शन को 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है। यह भारत सरकार के 6.5 प्रतिशत के प्रोजेक्शन से भी अधिक है।

गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान अनुमान से अच्छा प्रदर्शन किया है। जिसकी वजह से हमारा प्रोजेक्शन भी प्रभावित हुआ है।

उन्होंने कहा कि पिछले साल प्राइवेट सेक्टर की खपत 4 प्रतिशत के आस-पास थी। हम ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के बाद इसमें सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। टू-व्हीलर्स सेल्स में यह साफ देखा जा सकता है।

2047 में इतनी बड़ी होगी इंडियन इकोनॉमी

गीता गोपीनाथ ने उम्मीद जताई है कि 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।

इसी सप्ताह की शुरुआत में आईएमएफ के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के वी सुब्रह्ममण्यम ने कहा था कि 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था 55 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार और राज्य सरकारें सही अप्रोच के साथ काम करती रहीं तो देश 8 प्रतिशत की जीडीपी ग्रोथ भी हासिल कर सकता है।

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