लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक खिलाड़ियों से मुलाकात की।
इस दौरान पीएम मोदी ने उनके साथ हंसी-मजाक भी किया। वहीं खिलाड़ियों ने भी अपने मजेदार अनुभव उनके साथ साझा किए।
पीएम मोदी ने इसी बीच कहा कि पेरिस में एसी नहीं था और गर्मी बहुत थी। सबसे पहले कौन चिल्लाया था। मोदी बातें तो बड़ी करता है, कमरे में एसी भी नहीं है। हम क्या करें? लेकिन मुझे पता चला उसके कुछ घंटे में आपका वह काम भी पूरा कर दिया था।
बातचीत के दौरान बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने अपने कोच प्रकाश पादुकोण की मजाक में शिकायत भी कर डाली।
उन्होंने कहा कि प्रकाश उनका फोन ले लेते हैं और कहते हैं कि मैच खत्म होने के बाद ही फोन मिलेगा। इसपर पीएम मोदी ने भी मजा लेते हुए कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि अगले बार भी प्रकाश पादुकोण को ओलंपिक में भेजा जाए।
पीएम मोदी ने कहा, जब मैं लक्ष्य सेन से पहली बार मिला तो वह बहुत स्मार्ट था। अब लक्ष्य बड़े हो गए हैं।
क्या आपको पता है कि इस बार आर सिलेब्रिटी बन गए हैं? इसपर लक्ष्य ने कहा, जी सर, लेकिन मैच के दौरान प्रकाश सर मेरा फोन ले लेते थे और कहते थे कि मैच खत्म होने के बाद ही मिलेगा। हालांकि उनका सपोर्ट मुझे बहुत मिला। यह एक सीखने का अनुभव था और मैं मेडल के बहुत करीब था। बता दें कि लक्ष्य सेन कांस्य पदक जीतने से चूक गए थे।
पीएम मोदी ने कहा, प्रकाश सर बहुत ही अनुशासित और सख्त थे। मैं उन्हें अगली बार भी भेजूंगा। बता दें कि पेरिस ओलंपिक में इको फ्रेंडली गेम को प्रमोट किया गया था इसलिए खिलाड़ियों के कमरे में एसी नहीं लगवाए गए थे।
इसके बाद खेल मंत्रालय को 40 एसी भिजवाने पड़े। पीएम मोदी ने कहा कुछ लोग मुझे कोस रहे होंगे। पीएम मोदी ने हरमनप्रीत से भी बातें कीं। पीएम मोदी ने पूछा, सरपंच साहब, जब आपको ब्रिटेन से भिड़ना पड़ा तो कुछ निराशा जरूर हुई होगी।
हरमनप्रीत ने कहा, हां सर लेकिन मुझे पहले क्वार्टर में ही रेड कार्ड मिल गया था लेकिन हमारे कोचिंग स्टाफ ने बहुत समर्थन किया।
ओलंपिक में कुछ भी हो सकता है। हॉकी खिलाड़ी हरमनप्रीत ने अपने अनुभव पीएम मोदी के साथ साझा किए। बता दें कि इस बार 117 खिलाड़ियों को ओलंपिक में भेजा गया था।
भारत के खिलाड़ी कुल 6 पदकों के साथ वापस आए हैं जिनमें पांच कांस्य और एक रजत पदक शामिल है। तोक्यो ओलंपिक के मुकाबले एक पदक कम है।