बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व पीएम के ऊपर बयान जारी करते हुए कहा है कि अगर कानून मंत्रालय उन्हें वापस लाने की मांग करता है तो सरकार उनको देश में वापस लाने के लिए जरूरी कदम उठाएगी।
शेख हसीना छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आ चुकी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने रविवार को की अगर जरूरत पड़ी और कानून मंत्रालय ने कहा तो हम इस मुद्दे पर कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
पूर्व पीएम हसीना के इस्तीफा देने के बाद सेना ने सत्ता अपने हाथ में ले ली थी, जिसके बाद छात्रों से हुई मीटिंग के बाद सेना ने अंतरिम सरकार का गठन किया जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को इस अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया गया और इस सरकार में आंदोलन में शामिल दो छात्रों ने भी शपथ ली।
भारत और बांग्लादेश के कूटनीतिक संबंधों की बात करते हुए हुसैन ने कहा कि यह जरूरी है कि बांग्लादेश के लोग भारत को अपना एक अच्छा दोस्त समझें।
हम भी यही चाहते हैं की यह रिश्तें और मजबूत हों हम उसी दिशा में काम करने की कोशिश भी करेंगे और हम चाहते हैं कि भारत भी इन रिश्तों को इसी नजर से देखे।
बांग्लादेश के राजनीतिक संकट के बाद पीएम पद छोड़ चुकी शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं। भारत से ही उन्होंने अमेरिका के ऊपर आरोप लगाए हैं कि अमेरिका ने जानबूझकर उनकी सत्ता को गिराने के लिए यह प्रदर्शन करवाए थे।
सत्ता बदलने के बाद हुसैन से पूछा गया कि उनकी सरकार की विदेश नीति क्या होगी, इस बात का जवाब देते हुए हुसैन ने कहा कि हमारी नीति सभी देशों के साथ मित्रता रखने की होगी, हम किसी भी देश के साथ दुश्मनी नहीं बढ़ानी चाहते। हमारे राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखकर हम सभी देशों के साथ स्थिर रिश्ते रखने की कोशिश करेंगे और इसमें भारत और चीन भी शामिल हैं।