मेरी जीत, तेरी जीत; US संसद में नेतन्याहू का संबोधन, हमास को मिटाने की खाई कसम…

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को यूएस कांग्रेस में दिए भाषण में गाजा में इजरायल के चल रहे युद्ध का जोरदार बचाव किया।

इसके बाद कई डेमोक्रेटिक सांसदों ने उनके भाषण का बहिष्कार किया। नेतन्याहू ने इस दौरान कहा कि इजरायल पूर्ण विजय के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अंत तक लड़ाई जारी रखने की कसम खाई। 

नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग में अमेरिका की ओर से दी जा रही मदद को बढ़ाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “अमेरिका और इजराइल को एक दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए। जब हम एक साथ खड़े होते हैं तब सचमुच कुछ बड़ा होता है: हम जीतते हैं, वे हारते हैं।”

नेतन्याहू ने युद्ध को लेकर अपने देश का बचाव किया, साथ ही युद्ध का विरोध करने वालों का उपहास भी किया। उन्होंने अमेरिका की राजधानी के निकट सड़कों पर हो रहे प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए उन्हें इजरायल के विरोधियों को फायदा पहुंचाने वाला बताया।

अपने संबोधन के दौरान नेतन्याहू ने अमेरिका-ईरान संबंधों के ऐतिहासिक संदर्भ का भी जिक्र किया। उन्होंने ईरान के प्रॉक्सी नेटवर्क का वर्णन किया, जिसमें हौथिस, हिजबुल्लाह और हमास शामिल हैं।

नेतन्याहू ने कहा, “जब हम ईरान से लड़ते हैं, तो हम संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे कट्टरपंथी और जानलेवा दुश्मन से लड़ रहे होते हैं।” उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई आपकी लड़ाई है, हमारे दुश्मन आपके दुश्मन हैं और हमारी जीत आपकी जीत होगी।”

डेमोक्रेटिक सांसदों का विरोध
नेतन्याहू के संबोधन के दौरान कई सांसदों ने तालियां बजाईं, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख सांसदों ने ऐसा नहीं किया। डेमोक्रेटिक पार्टी के 50 से अधिक सांसदों और निर्दलीय सांसद बर्नी सैंडर्स ने नेतन्याहू के संबोधन का बहिष्कार किया।

इस दौरान सबकी निगाहें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की अनुपस्थिति पर रहीं, जो संसद के उच्च सदन सीनेट की सभापति हैं। बताया जाता है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण वह सदन में उपस्थित नहीं हुईं।

युद्ध अपराधी वाले पोस्टर
इसके अलावा, वाशिंगटन से डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद पैटी मरे ने संबोधन के दौरान उपस्थित रहने से इनकार कर दिया।

मिशिगन से डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद रशीदा तलैब ने भी संबोधन का बहिष्कार किया। तलैब का परिवार इजराइल से सटे वेस्ट बैंक में रहता है। सदन के कक्ष में बैठीं तलैब ने हाथों में तख्ती ले रखी थी, जिसपर “युद्ध अपराधी” लिखा था।

हिजबुल्लाह को कुचलने की धमकी दी
नेतन्याहू ने करीब एक घंटे तक संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक ईरान पर ही बात की। उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन बताया।

तन्याहू ने अमेरिकी सांसदों से कहा कि अब जीत बेहद करीब है। हमास के हारने से ईरान को झटका लगेगा। उन्होंने हिजबुल्लाह को कुचलने की धमकी दी और कहा कि अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए इजराइल हर जरूरी कदम उठाएगा।

7 अक्टूबर को बदनाम दिन कहा
नेतन्याहू ने कहा कि 7 अक्टूबर का दिन 11 सितंबर की तरह इजराइलियों के लिए एक बदनाम दिन बन चुका है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में 11 सितंबर 2011 को आतंकी हमला हुआ था।

नेतन्याहू ने संसद में बताया कि यह हमला एक छुट्टी के दिन हुआ। हम त्यौहार में व्यस्त थे। हमास के हमलावरों ने महिलाओं के साथ बलात्कार किया, पुरुषों के सिर काटे, बच्चों को जिंदा जला दिया। उन्होंने गाजा से अनेक बंधकों को बचाने के लिए इजराइली सेना की तारीफ की।

संसद में नेतन्याहू ने एक इजराइली बंधक रह चुकी नोआ अग्रमानी से भी परिचय कराया। नोआ को 7 अक्टूबर के दिन हमास के लड़ाके मोटरसाइकिल पर उठा ले गए थे।

बंधकों के परिवारों को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक कि सभी बंधक वापस नहीं आ जाते। उन्होंने कहा कि वे बंधकों को छुड़ाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बंधकों को छुड़ाने के लिए बाइडेन की कोशिशों की भी तारीफ की।

नेतन्याहू ने गाजा में युद्ध का विरोध करने वालों का भी मजाक उड़ाया। उन्होंने संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों को इजराइल के दुश्मन देशों के लिए उपयोगी मूर्ख करार दिया।

नेतन्याहू ने कहा ईरान का मानना है कि यदि उसे अमेरिका को कमजोर करना है तो उसे मिडिल ईस्ट पर जीत हासिल करनी होगी। लेकिन मिडिल ईस्ट के दिल में इजराइल बसा हुआ है जो बार-बार ईरान के मंसूबे पर पानी फेर देता है।

गाजा पर कंट्रोल करने का इरादा नहीं
नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल जिस दिन हमास को हरा देगा उस दिन गाजा में एक नई शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि जीत के बाद भी वे कुछ समय तक गाजा पर कंट्रोल रखेंगे ताकि ये जमीन फिर इजराइल के लिए खतरा न बने।

नेतन्याहू ने कहा कि जंग खत्म होने के बाद गाजा में जिनकी भी सरकार होगी वे फिर कभी इजराइल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं करेंगे। उनकी बस इतनी सी मांग है। नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल का गाजा को हासिल करने का कोई इरादा नहीं है।

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