विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे इस सप्ताह अमेरिकी जासूसी कानून का उल्लंघन करने के लिए अपराध स्वीकार करेंगे।
इस डील के तहत ब्रिटेन में उनकी कैद खत्म हो गई है और उन्हें ऑस्ट्रेलिया लौटने की इजाजत भी मिल गई।
52 वर्षीय जूलियन असांजे पर अफगानिस्तान और इराक में युद्धों से संबंधित अमेरिकी सेना की खुफिया जानकारियों को लीक करने का आरोप है।
उन्होंने क्लासीफाइड अमेरिकी दस्तावेजों को प्राप्त करने और उन्हें उजागर करने की साजिश रचने के आपराधिक मामले में अपनी गलती मानने पर हामी भर दी है।
जूलियन असांजे को बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे साइपन द्वीप पर होने वाली सुनवाई में 62 महीने की सजा सुनाई जानी है।
जूलियन पहले ही अपनी सजा काट चुके हैं। विकीलीक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि वह सोमवार को यूके की बेलमार्श जेल से बाहर आए और फिर यूके हाई कोर्ट ने उसे जमानत दे दी है।
उसी दोपहर वह फ्लाइट में भी बैठ गए। विकीलीक्स द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में नीली शर्ट और जींस पहने असांजे को एक निजी जेट में सवार होने से पहले एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए दिखाया गया है।
क्या है विकीलीक्स का पूरा मामला
2010 में विकीलीक्स ने अफगानिस्तान और इराक में अमेरिका के युद्धों से संबंधित लाखों क्लासीफाइड अमेरिकी सैन्य दस्तावेज़ लीक कर दिए थे।
अमेरिकी सैन्य इतिहास में यह इस तरह का सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन था। असांजे पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के दौरान विकीलीक्स द्वारा गुप्त अमेरिकी दस्तावेज़ों को बड़े पैमाने पर जारी करने के लिए अभियोग लगाया गया था। इन दस्तावेजों को चेल्सी मैनिंग ने लीक किया था।
मैनिंग, एक पूर्व अमेरिकी सैन्य खुफिया विश्लेषक हैं जिन पर अमेरिका के जासूसी अधिनियम के तहत मुकदमा भी चलाया गया था।
7,00,000 से अधिक दस्तावेजों के इस संग्रह में डिप्लोमेटिक केबल और युद्ध के मैदान के विवरण शामिल थे। इनमें 2007 का एक वीडियो भी शामिल था जिसमें एक अमेरिकी अपाचे हेलीकॉप्टर इराक में संदिग्ध विद्रोहियों पर फायरिंग कर रहा था, जिसमें एक दर्जन लोग मारे गए थे।
असांजे के खिलाफ आरोपों ने उनके कई समर्थकों में आक्रोश पैदा कर दिया था। उन्होंने तर्क दिया है कि विकीलीक्स के प्रकाशक के रूप में असांजे को उन आरोपों का सामना नहीं करना चाहिए जो आमतौर पर सरकार के कर्मचारियों के खिलाफ लगाए जाते हैं, जो जानकारी चुराते या लीक करते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार के प्रवक्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने स्पष्ट कहा है कि असांजे का मामला बहुत लंबा खिंच गया है और उन्हें लगातार जेल में रखने से कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है।”
असांजे को पहली बार 2010 में ब्रिटेन में एक यूरोपीय गिरफ्तारी वारंट पर गिरफ्तार किया गया था, जब स्वीडिश अधिकारियों ने कहा था कि वे उनसे यौन-अपराध के आरोपों पर पूछताछ करना चाहते हैं।
इन आरोपों को बाद में हटा दिया गया था। वह स्वीडन में प्रत्यर्पण से बचने के लिए इक्वाडोर के एम्बेसी में चले गए थे, जहां वह सात साल तक रहे। उन्हें 2019 में एम्बेसी से बाहर निकाला गया और जेल में डाल दिया गया।
वह तब से लंदन की बेलमार्श जेल में है, जहां से वह लगभग पांच सालों से अमेरिका में प्रत्यर्पण के लिए लड़ रहे थे।