लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह से विरोधी एक दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं, ऐसा लगता ही नहीं कि कभी वे आपस में ठीक से बात भी करते होंगे।
हालांकि ऐसा नहीं है। बहुत सारे ऐसे नेता हैं जो कि भले ही विरोधी दल से हों लेकिन उनके बीच दोस्ती का भी रिश्ता है।
इस बार दून स्कूल के एक ही क्लास के चार स्टूडेंट भी चुनावी मैदान में हैं। ये स्टूडेंट को मामूली लोग नहीं बल्कि अपनी-अपनी पार्टियों के दिग्गज नेता हैं।
दून स्कूल के 1992 बैच के भाजपा नेता जितिन प्रसाद और राघव लखनपाल उत्तर प्रदेश से चुनावी मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस के नकुलनााथ छिंदवाड़ा और कालिकेश सिंह देव ओडिशा विधानसभा चुनाव में दम भर रहे हैं। सिंह देव बीजेडी के टिकट से चुनाव में उतरे हैं।
सिंह देव 2019 तक लोकसभा सांसद थे। हालांकि राजनीतिक हालातों ने दोनों को ही राज्य की राजनीति में ला दिया। जितिन प्रसाद को भाजपा ने इस बार पीलीभीत से उतारा है जो कि वरुण गांधी की सीट हुआ करती थी। वहीं सिह देव बोलानगिर से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
यूपी की सहारनपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी लखनपाल ने कहा, हम लोग कभी-कभी वॉट्सऐप ग्रुप पर बात कर लेते हैं। हालांकि वहां राजनीति के बारे में बात करने की इजाजत नहीं है।
बस कोई इतना ही कह देता है कि चुनाव लड़ने के लिए बधाई। इसके बाद बात खत्म। बता दें कि एक ही क्लास में पढ़ने वाले इन नेताओं के बीच अकसर मुलाकात भी नहीं हो पाती है।
साल 2017 में 25वीं बरसी के मौके पर ये लोग स्कूल में ही मिले थे। सिंह देव ने कहा, राजनीति अलग चीज है लेकिन हम लोग आज भी अच्छे दोस्त हैं। बता दें कि इस बार ओडिशा में भाजपा और बीजेडी की टक्कर हो रही है।
वहीं चुनाव से पहले चर्चा थी कि नकुलनाथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और वह छिंदवाड़ा से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
लखनपाल ने कहा कि जब वह रीयूनियन में स्कूल गए थे तो एक डिबेट में भी हिस्सा लिया था। उस डिबेट की जज प्रियंका गांधी वाड्रा थीं। उन्होंने कहा, जब मैं बोलूं तो आप जज नहीं रहेंगी क्योंकि आप कांग्रेसी हैं।
तब उन्होंने कहा, भाजपा वाले अच्छी तरह जानते हैं कि बोलना कैसे है। और इस डिबेट में मुझे बेस्ट स्पीकर का अवॉर्ड मिला था।
उन्होंने कहा, दून स्कूल से कम से कम दो सासंद रहते ही हैं। पिछले चुनाव में कालिकेश बोलनगिर से हार गए थे। वहीं छिंदवाड़ा से नकुलनाथ की जीत हुई थी।
जितिन प्रसाद ने कहा था कि दून स्कूल के छात्रों के लिए यह आम बात है क्योंकि यहां से पूर्व पीएम राजीव गांधी शशि थरूर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ, आरपीएन सिंह, अमरिंदर सिंह, नवीन पटनायक और करन सिंह जैसे लोग निकल चुके है्ं।