भाजपा ने उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से इस बार पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे करण सिंह को टिकट दे दिया है।
बीते साल बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए महिला रेसलर्स ने दिल्ली में महीने भर प्रदर्शन किया था।
इसके बाद उन्हें भारतीय कुश्ती संघ (WFI)के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। अब उनके बेटे को जब भाजपा ने चुनावी मैदान में उतार दिया है तो खिलाड़ियों ने एक बार फिर गुस्सा जाहिर किया है।
बता दें कि फरवरी महीने में ही बृजभूषण के छोटे बेटे करण सिंह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी चुने गए थे। रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक ने एक्स पर लिखा, बृजभूषण जीत गए और भारत की बेटियां हार गईं।
उन्होंने कहा, हम सभी ने अपने करियर को दांव पर लगाया और कई दिनों तक सड़क पर बैठी रही। इसके बावजूद बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई।
हमने न्याय की मांग की। अब गिरफ्तारी तो छोड़िए उनके बेटे को भाजपा ने टिकट दे दिया है। देश की करोड़ों बेटियों का दिल टूट गया। अब भी टिकट उनके परिवार में ही है।
उन्होंने आगे कहा, आखिर सरकार एक व्यक्ति के आगे क्यों कमजोर है? आप सभी राम के नाम पर वोट चाहते हैं, लेकिन उनके आदर्शों का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं।
बता दें कि बीते साल बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को WFI का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद साक्षी मलिक ने खेलना बंद कर दिया था।
मलिक की मां ने कहा, हम बहुत ही निराश और दुखी हैं। करण सिंह को टिकट मिलना दिखाता है कि हमारी परवाह किसी को नहीं है। विरोध प्रदर्शन में ही हमारी बेटी ने खेलना बंद कर दिया। बजरंग और विनेश ने अपने पुरस्कार लौटा दिए। ऐसा लगता है यह सब बेकार हो गया।
बता दें कि जून 2023 में दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 1000 पेज की चार्जशीट फाइल की थी। उनपर आईपीसी की धारा 354, 354डी, 345ए के तहत केस दर्ज किया गया था।
दिल्ली की राउज अवेन्यू कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। 7 मई को मामले की अगली सुनवाई होनी है। रेसलर जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह हमारी पीठ पर छुरा भोंका गया है।
क्या इसी के लिए हम सड़कों पर सोते थे? बृजभूषण के लोग WFI में भी बैठे है और उनका बेटा अब चुनाव भी लड़ रहा है। बड़े शर्म की बात है।
तोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता बजरंग पुनिया ने इसे देश का दुर्भाग्य बताया है। उन्होंने कहा, भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताती है लेकिन लाखों कार्यकर्ताओं में उसे सिर्फ टिकट देने के लिए एक ही व्यक्ति मिला।
पार्टी प्रज्वल रेवन्ना को लेकर भी घिरी हुई है। यह देश का दुर्भाग्य है कि देश की बेटियों को सड़क पर घसीटा गया और एक यौन उत्पीड़न के आरोपी के बेटे को चुनाव का टिकट दिया जा रहा है।