मणिपुर में लोकसभा की 2 सीटें हैं, मगर इन पर वोटिंग खत्म कराने के लिए अब चौथी बार वोट डाले जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने बाहरी मणिपुर संसदीय क्षेत्र के 6 मतदान केंद्रों पर हुए मतदान को अमान्य घोषित कर दिया है।
अब 30 अप्रैल को इन केंद्रों पर नए सिरे से वोट पड़ेंगे। आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘भारत के चुनाव आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 58 (2) और 58 A (2) के तहत निर्देश जारी किया। इसके मुताबिक 26 अप्रैल को सूचीबद्ध 6 मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान किया जाएगा। बाहरी मणिपुर (एसटी) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र पर डाले गए वोट मान्य नहीं रहे। 30 अप्रैल को इन मतदान केंद्रों पर सुबह 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक नए सिरे से वोटिंग होगी।’
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार झा ने इन मतदान केंद्रों के मतदाताओं से बड़ी संख्या में वोट डालने की अपील की। मालूम हो कि बीते शुक्रवार को मणिपुर में बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट पर 76 प्रतिशत मतदान हुआ था।
छिटपुट झड़प और मारपीट की घटनाओं को छोड़ कर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। जानकारी के अनुसार 44/50 उखरुल में ईवीएम और सीसीटीवी को नष्ट कर दिया गया।
कुल 848 मतदान केंद्र हैं और 202 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से सभी महिला मतदान कर्मियों की ओर से किया गया था।
वेबकास्टिंग/वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई। मतदान केंद्रों पर 4000 राज्य सशस्त्र कर्मियों के अलावा सीएपीएफ की लगभग 87 कंपनियां तैनात की गई हैं।
11 मतदान केंद्रों पर दोबारा डाले गए वोट
पहले चरण का मतदान मणिपुर की दोनों सीटों के 47 विधानसभा क्षेत्रों में हुआ था। उस समय 75.41 प्रतिशत मतदान हुआ। भीतरी सीट पर 79.78 प्रतिशत और बाहरी सीट पर 67.57 प्रतिशत मतदान हुआ।
पहले चरण में बूथ कैप्चरिंग, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और एजेंटों पर हमले और ईवीएम को नष्ट करने की खबरें आई थीं, इसलिए 11 मतदान केंद्रों पर फिर से वोट डलवाए गए। यहां 2-आउटर मणिपुर (एसटी) संसदीय क्षेत्र के लिए 4 उम्मीदवार मैदान में हैं।
कांग्रेस से अल्फ्रेड कन्नगम एस आर्थर, नागा पीपुल्स फ्रंट से कचुई टिमोथी जिमिक चुनावी समर में हैं। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर एलिसन अबोनमई और एस. खो जॉन किस्मत आजमा रहे हैं।