इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी वॉर कैबिनेट ने अपने सहयोगी देश अमेरिका को ही निशाने पर लिया है।
अमेरिका की ओर से पिछले दिनों कहा गया था कि वह इजरायली डिफेंस फोर्सेज की एक सैन्य टुकड़ी को बैन करेगा। इस सैन्य यूनिट का नाम नेत्जा येहुदा है।
बेंजामिन नेतन्याहू और वॉर कैबिनेट के ज्यादातर सदस्यों ने कहा कि अमेरिका का यह फैसला गलत है। इससे एक गलत ट्रेंड सेट हो जाएगा।
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह बेहद खतरनाक है और इससे गलत संदेश जाएगा। माना जा रहा है कि जो बाइडेन सरकार किसी भी दिन नेत्जा येहूदा बटालियान पर प्रतिबंध लागू कर सकती है, जिसका ऐलान पहले ही किया जा चुका है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि इजरायली सेना की इस बटालियन पर मानवाधिकार के उल्लंघन के मामले दर्ज हैं।
ऐसा पहली बार होगा, जब अमेरिकी सरकार इजरायल के खिलाफ इस तरह का कदम उठाएगी। यही वजह है कि इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका पर बुरी तरह से भड़के हुए हैं।
इजरायल की इस सैन्य टुकड़ी पर लंबे समय से मानवाधिकारों के उल्लंघन और युद्ध अपराधों के आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप है कि इसी टुकड़ी ने फिलिस्तीनी अमेरिकी शख्स उमर असद को हिरासत में लिया था।
78 साल के उमर असद के हाथ बांध दिए गए थे और आंखों पर भी पट्टी बांध दी गई थी।
इसके बाद उन्हें एक बेहद ही ठंडी जगह पर फेंक दिया गया था। फिलहाल इजरायली सेना की यह यूनिट गाजा पट्टी पर भी तैनात है। अमेरिका की ओर से इस यूनिट पर प्रतिबंध लादने के फैसले से खुद बेंजामिन नेतन्याहू भड़क गए हैं।
उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘IDF पर पाबंदियां नहीं लगनी चाहिए। मैं इजरायली नागरिकों के प्रतिबंधों के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं।
अमेरिकी सरकार से इस बारे में मैंने बात की है। ऐसे समय में जब हमारे सैनिक आतंकवाद से मुकाबला कर रहे हैं, तब आईडीएफ की एक यूनिट को बैन करना बेवकूफी भरा है और नैतिक रूप से बेहद निचला स्तर है।’
वॉर कैबिनेट के मिनिस्टर बेन्नी गैंट्ज ने भी अमेरिका के इस कदम की आलोचना की है, जिन्हें मध्यमार्गी विचारधारा का नेता माना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह टुकड़ी इजरायली सेना का अहम हिस्सा है। गैंट्ज ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने वाले हैं।
हमारी अदालतें स्वतंत्र और सक्षम हैं। यदि कोई मामले हैं तो हम उनसे खुद निपटेंगे। उन्होंने कहा,’हम अपने अमेरिकी मित्रों का सम्मान करते हैं, लेकिन आईडीएफ की एक यूनिट पर पाबंदियां लगाना खतरनाक है।
ऐसा करने से हमारे साझा दुश्मनों को गलत संदेश जाएगा।’ इजरायल के एक और मंत्री इतामान बेन ग्विर ने कहा कि हमारे सैनिकों पर पाबंदी लगाना एक गलत संदेश है।