आज सोमवती अमावस्या सूर्य ग्रहण, सूतक काल, भारत पर प्रभाव, ग्रहण का मोक्ष और स्पर्श, सभी जानकारियां यहां…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

आज सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल 2024 दिन सोमवार को पूर्ण सूर्यग्रहण लग रहा है।

यह ऐसा सूर्य ग्रहण होगा, जब दुर्लभ ही नजारा देखने को मिलेगा। अमेरिका में दिन में ही रात हो जाएगी। आज के इस सूर्य ग्रहण को लोग देखना चाहते हैं। 

आज अमावस्या दिनांक 8 अप्रैल 2024, दिन सोमवार को सूर्यग्रहण अमेरिका काफी देर तक दिखाई देगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण रेवती नक्षत्र एवं मीन राशि में होगा।

कब होगा ग्रहण का स्पर्श और मोक्ष
 सार्वभौमिक परिदृश्य में भारतीय स्टैण्डर्ड टाइम के अनुसार 8 अप्रैल 2024 को इस सूर्य ग्रहण ग्रहण का स्पर्श रात में 09:12 बजे, मध्य रात्रि 2:22 बजे मोक्ष होगा।

सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट की होगी। यह सूर्य ग्रहण कनाडा, अमेरिका, नीदरलैंड, कोलंबिया, क्यूबा, ग्रीनलैंड, नॉर्वे रुस स्पेन आदि में दिखाई देगा।

क्या भारत में होगा सूर्य ग्रहण का सूतक
 सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लग जाता है। अतः अमेरिका में इस सूर्य ग्रहण का इस सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पूर्व शुरू हो जाएगा।  जो कि सूर्यग्रहण ग्रहण के समाप्त होने तक रहेगा।लेकिन भारत में इसका सूतक नहीं लगेगा। भारत में दिखाई नही देने के कारण किसी भी प्रकार के प्रतिबंध लागू नही होंगे ।

अगर की भारत में दृश्य नहीं होने के कारण धार्मिक दृष्टिकोण से किसी भी प्रकार के प्रतिबंधों का पालन करना जरूरी नहीं है लेकिन ज्योतिषीय दृष्टि से इस सूर्य ग्रहण का व्यापक प्रभाव पड़ेगा। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति पर किसी न किसी रूप में इसका प्रभाव पड़ता दिखाई देगा।

अतः लग्नो या राशियों पर भी इसका प्रभाव व्यापक रूप से पड़ेगा। भारत के सामाजिक, राजनीतिक ,व्यापारिक एवं धार्मिक व्यवस्था पर भी इसका प्रभाव अवश्य पड़ेगा।

भारत पर ग्रहण का प्रभाव क्या होगा?
 यह ग्रहण सरकारी तंत्र के लिए नकारात्मक हो सकता है। आम जनमानस के सुखों पर नकारात्मक प्रभाव स्थापित कर सकता है। गृह एवं वाहन के क्षेत्र में नकारात्मक प्रभाव स्थापित कर सकता है । महिलाओं के दृष्टिकोण से भी यह ग्रहण नकारात्मक प्रभाव स्थापित कर सकता है।

परंतु आर्थिक दृष्टिकोण से सकारात्मक प्रभाव स्थापित करने वाला होगा । भारत का व्यापारिक स्तर बढ़ेगा । भारत के अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सुधार होता दिखाई दे सकता है।

भारत के सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था में सुधार की स्थिति दिखाई दे सकती है। राजनीति के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए थोड़ा सतर्क रहना आवश्यक है।

भ्रष्टाचारी व्यक्तियों के लिए नकारात्मक प्रभाव अवश्य स्थापित होगा। कला क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के लिए, सरकारी तंत्र से जुड़े व्यक्तियों के लिए, राजनीतिक व्यक्तित्व के लिए नकारात्मक स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अतः इनका सतर्क रहकर के कार्य करना चाहिए।

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