मराठा छत्रप और वरिष्ठ नेता शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) को क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे ज्यादा चंदा दिए हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, एनसीपी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए कुल 28.5 करोड़ रुपये का दान मिला है।
इनमें क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड का अंशदान 10 करोड़ रुपये है, जो एनसीपी को मिले कुल चंदा का करीब 35 फीसदी है।
क्विक सप्लाई के अलावा एनसीपी को चंदा देने वालों में राहुल भाटिया (3.8 करोड़ रुपये), टोरेंट पावर लिमिटेड (3.5 करोड़ रुपये), और मगरपट्टा टाउनशिप डेवलपर्स एंड कन्सट्रक्शन कंपनी (3 करोड़ रुपये) बड़े दानदाता के तौर पर शामिल हैं।
एनसीपी के अन्य दानदाताओं में महालक्ष्मी विद्युत प्राइवेट लिमिटेड, नांदेड़ शहर विकास और निर्माण, अंबुजा हाउसिंग एंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर, साइज़ाकेम प्राइवेट लिमिटेड, एसईजेड बायोटेक सर्विसेज, चंदा इन्वेस्टमेंट ट्रेडिंग.कॉम लिमिटेड और गोवा कार्बन लिमिटेड भी शामिल है।
बड़ी बात है कि शरद पवार को सबसे ज्यादा चंदा देने वालों में ज्यादातर इन्फ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट डेवलपर कंपनियां हैं। इस दौरान महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार थी, जिसमें शरद पवार की एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस शामिल थी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरतचंद्र पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी को बॉन्ड से कुल 50.51 करोड़ रुपये का दान मिला है।
हालाँकि, चुनाव आयोग ने कुल 65.6 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया है। पाटिल ने कहा कि सभी लेन-देन तब हुए जब एनसीपी एकजुट थी।
उन्होंने कहा कि वह चुनाव आयोग के सामने फंड की विसंगति का मामला उठाएंगे। दूसरी तरफ भतीजे अजित पवार के गुट वाले एनसीपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा कि उनकी पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड से कोई फंड नहीं मिला है।