इलाज की चिंता दूर हुई, सुदूर वनांचल में रहने वाली ललिया और दुर्पति का बना आयुष्मान कार्ड
पीएम जनमन योजना बीहड़ जंगलों के बीच रहने वाली विशेष पिछड़ी जनजातियों का विकास का प्रकाश पहुंचाने में प्रभावी साबित हो रही है।
प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन) योजना के तहत मुंगेली जिले के विकासखंड लोरमी में आयोजित शिविर लगाया गया।
इस शिविर में सुदूर वनांचल बाकल की बैगा आदिवासी श्रीमती ललिया और श्रीमती दुर्पति का आयुष्मान योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाया गया।
श्रीमती ललिया और श्रीमती दुर्पति का कहना है कि आयुष्मान कार्ड बनने से अब उनकी इलाज के लिए चिंता दूर हो गई है।
भविष्य में बीमारी का इलाज कराने के लिए पैसे की समस्या नहीं होगी। शासन की योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनने से देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में निःशुल्क इलाज हो सकेगा।
विगत दिनों नगर पंचायत लोरमी में प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन) शिविर का आयोजन किया गया था।
इस दौरान सुदूर वनांचल ग्रामों से पहुंचे बैगा आदिवासी परिवारों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई और उन्हें लाभ उठाने प्रेरित किया गया।
शिविर में बैगा आदिवासी श्रीमती ललिया और श्रीमती दुर्पति भी पहुंची थी। उन्हें जैसे ही आयुष्मान भारत योजना के बारे में जानकारी मिली।
बिना देर किए आधारकार्ड, राशनकार्ड और जरूरी दस्तावेज लेकर स्टॉल में आयुष्मान कार्ड बनवाने पहुंची।
संबंधित विभाग द्वारा उन्हें तत्काल आयुष्मान कार्ड बनाकर दिया गया। इससे उन्हें इलाज के दौरान लगने वाले खर्च की चिंता से मुक्ति मिल गई।
उन्होंने खुशी-खुशी इस योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया। बता दें कि शासन द्वारा इलाज के दौरान लगने वाले खर्च से आमलोगों को राहत दिलाने के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई है।
इस योजना के तहत प्रत्येक आयुष्मान कार्डधारक व्यक्ति को निःशुल्क उपचार का लाभ दिया जाता है।
साथ ही योजना से संबद्ध देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है।