इजरायल और हमास के बीच चल रही भीषण जंग में ईरान ने अपनी टांग अड़ाई है।
ईरान ने इजरायल के खुफिया जांच एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर को बम से उड़ा दिया है।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने उत्तरी इराक में बेलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। ऐसा बताया जा रहा है कि ईरानी सेना ने सीरिया में भी ईरान विरोधी आतंकवादी समूहों के ठिकानों को निशाना बनाया है।
ईरान के इस कदम से अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देशों ने हैरानी जताई। गाजा में चल रही जंग के बीच ईरान का यह कदम बड़े संघर्ष का खतरा पैदा कर रहा है।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (आईआरजीसी) ने सोमवार को उत्तरी इराक में मोसाद से जुड़े एक इजरायली जासूसी अड्डे को बैलिस्टिक मिसाइल से उड़ा दिया।
इसके अलावा सीरिया में “ईरान विरोधी आतंकवादी समूहों” से जुड़े स्थानों पर भी हमला किया।
ईरानी बलों ने दावा किया है कि कुर्दिस्तान के एरबिल में आधी रात को किए गए मिसाइल हमले ने इज़रायल के एक प्रमुख जासूसी केंद्र को नष्ट कर दिया।
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा कि मोसाद का मुख्यालय ईरान में जासूसी अभियान चलाने और आतंकवादी गतिविधियों की योजना बना रहा था।
अमेरिका ने हमले की निंदा की
ईरान के हमले को संयुक्त राज्य अमेरिका ने “लापरवाह” बताते हुए आलोचना की। उधर, ईरान का दावा है कि उसने अपने खिलाफ साजिश रच रहे आतंकियों पर हमला किया है।
कुर्दिस्तान क्षेत्र की सुरक्षा परिषद के एक बयान के अनुसार, अफसोस की बात है कि इस हमले में कम से कम चार नागरिकों की जान चली गई और छह अन्य घायल हो गए।