मुख्यमंत्री साय ने दिया वर वधू को आशीर्वाद नवदंपतियों को घरेलू सामग्री के साथ मिले अनेक उपहार
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में आयोजित किये जा रहे तातापानी महोत्सव परिसर में 400 नव युगल मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत परिणय सूत्र में बंधे।
कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री साय का स्वागत पगड़ी पहनाकर किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के द्वारा नवदम्पतियों को जीवन में नए पड़ाव के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सामरी विधायक श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शकुंतला पोर्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री निशा नेताम सहित अन्य जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत 400 जोड़े ने रीति रिवाज से विवाह किए। इसमें 19 जोड़े का विवाह ईसाई रीति से कराया गया।
01 मुस्लिम रीति एवं शेष जोड़ियों का विवाह हिंदू रीति रिवाज से सम्पन्न किया गया।
इन जोड़ियों में 07 जोड़ियो विशेष पिछड़ी जनजाति (पहाड़ी कोरवा) के साथ 03 दिव्यांग जोड़ी भी शामिल हैं इनका हिंदू रीति रिवाज से विवाह कराया गया।
इस अवसर पर विवाहित जोड़ों को मुख्यमंत्री साय द्वारा नव विवाहित जोड़ों को घरेलू सामग्री, प्रति जोड़ा 21-21 हजार का डेमो चेक प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने पहाड़ी कोरवा समुदाय के जोड़े रंजीता और दिनेश्वर, शांति और लाबूड़, लक्ष्मी और बसंत, रजनी और सोहन, सुभंति और छोटन राम से मिलकर उन्हें आशीर्वाद दिया।
शंकरगढ़ के दिव्यांग जोड़े रुक्मणि और प्रकाश को मुख्यमंत्री द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 21 हजार के डेमो चेक के साथ दिव्यांग होने के नाते समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदत्त 50 हजार का चेक भी प्रदान किया गया।
वर-वधु को विभाग द्वारा सामग्री में बर्तन, अलमारी, पेटी, रैक,गद्दा, घरेलू सामग्री, अन्य सामग्रियां विशेष उपहार के रूप में भेंट की गई।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह में प्रत्येक कन्या को 15 हजार रूपये तक की उपहार सामग्री दी गई। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब परिवार की कन्याओं के लिए विशेष प्रयास है।
यह योजना का उद्देश्य आर्थिक स्थिति से कमजोर वर्गों के सहयोग के लिए योजना कि शुरुआत की गई है, जहां शासन प्रशासन के प्रयासों से इनका विवाह हो रहा है। इस योजना से लोग जागरूक होकर योजना का लाभ से लाभान्वित हो रहे हैं।