कांग्रेस के तीन सांसदों का लोकसभा से निलंबन निरस्त हो सकता है।
यह तीनों सांसद शुक्रवार को लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के सामने पेश हुए थे। इस दौरान इन तीनों सांसदों ने विंटर सेशन में अपने आचरण के लिए खेद जताया।
अब विशेषाधिकार समिति कांग्रेस के सांसदों के निलंबन को रद्द करने की सिफारिश कर सकती है।
गौरतलब है कि कांग्रेस सदस्य अब्दुल खालिक, जे जयकुमार और विजयकुमार वसंत को शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था और मामला विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया।
मान ली अपनी गलती
सूत्रों ने कहा कि ये तीनों सदस्य शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी सांसद सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली समिति के सामने पेश हुए और अपने व्यवहार के लिए खेद व्यक्त किया।
एक सूत्र ने कहा कि उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और खेद व्यक्त किया। बैठक में मौजूद सभी सदस्यों का मानना था कि उनके खेद व्यक्त करने के साथ ही मामला खत्म हो जाना चाहिए।
हम सदन से उनके निलंबन को रद्द करने की सिफारिश करेंगे। इससे कांग्रेस के तीनों सांसदों के लिए 31 जनवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में शामिल होने का रास्ता साफ हो जाएगा।
शीतकालीन सत्र में सस्पेंड हुए थे 100 एमपी
शीतकालीन सत्र के दौरान अशोभनीय आचरण के लिए 100 सदस्यों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था।
इनमें से 97 का निलंबन सत्र के समापन की अवधि तक था, लेकिन खालिक, जयकुमार और वसंत के मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया गया था।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि समिति सोमवार को अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को सौंप सकती है, जिससे कांग्रेस के तीन सांसदों का निलंबन रद्द करने का रास्ता साफ हो जाएगा।
शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक के विषय पर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग करते हुए संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया था।