ओडिशा में भाजपा आगामी 2024 का चुनाव अकेले लड़ेगी और किसी दूसरी राजनीतिक दल से कोई गठबंधन या समझौता नहीं करेगी।
राज्य में पार्टी प्रभारी सुनील बंसल ने शनिवार को यह जानकारी दी।
भुवनेश्वर में उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओडिशा में 2024 के चुनावों में किसी भी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं होगा।
बंसल ने कहा, ‘भाजपा ओडिशा में सभी 147 विधानसभा सीटों और 21 संसदीय सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। हमारी पार्टी ने 50 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया है।’
राज्य में विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा और भुवनेश्वर से सांसद अपारजीता सारंगी का भी इस मामले पर बयान आया है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग निहित स्वार्थ के लिए बीजद और भाजपा के बीच संभावित गठबंधन के बारे में अफवाह फैला रहे हैं।
मगर, बीजेपी अकेले चुनाव लड़ेगी और किसी भी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। मिश्रा ने कहा कि 2024 के चुनाव में भाजपा और बीजद के बीच सीधा मुकाबला होगा क्योंकि कांग्रेस दौड़ में कहीं भी नहीं दिखाई दे रही है।
BJP-BJD गठबंधन की क्यों तेज थीं अटकलें
दरअसल, इसी साल अगस्त में संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बीजद ने भाजपा का समर्थन किया था।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी ने दिल्ली सर्विस बिल पर भी कोई आपत्ति नहीं की जिसमें कहा गया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अधिकारियों के निलंबन और पूछताछ जैसी कार्रवाइयों पर केंद्र का नियंत्रण होगा।
मणिपुर हिंसा पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों में हंगामे के बीच इसे संसद में पेश किया गया था। अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की आधिकारिक कार्यक्रमों से इतर मुलाकात भी हुई थी।
इसके बाद दोनों दलों के बीच संभावित गठबंधन की अटकलें तेज हो गईं। मालूम हो कि 2000 से 2009 के बीच ये दोनों दल गठबंधन में थे।