भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के भाई विक्रम सिम्हा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन पर करीब 126 पेड़ों को काटने और लकड़ी की तस्करी का आरोप है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के हासन जिले के एक गांव में यह लड़की बेची गई जिसे लेकर केस दर्ज हुआ था।
यह गिरफ्तारी बेंगलुरु की सिटी क्राइम ब्रांच (CCB) के संगठित अपराध दस्ते की ओर से की गई। मगर, बाद में सिम्हा की हिरासत राज्य के वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दी गई।
बीजेपी एमपी प्रताप सिम्हा हाल ही में उस वक्त मीडिया की सुर्खियों में आए जब संसद में घुसपैठ करने वालों ने उनके विजिटर पास का इस्तेमाल किया था।
इसे लेकर खूब हंगामा मचा कि आखिर उनके हाथ सांसद का पास कैसे लगा। वहीं, विक्रम सिम्हा पर नंदगोंडानहल्ली गांव में अधिकारियों से अनुमति के बिना पेड़ काटने और लकड़ी की तस्करी का आरोप है।
इस मामले में राज्य वन विभाग ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की है। यह ऑपरेशन तब सामने आया जब तहसीलदार ममता गांव के दौरे पर गई थीं।
उन्हें इस दौरान ऐसी गतिविधियों के बारे में पता चला। इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों को सतर्क किया और एफआईआर भी दर्ज कराई।
12 एकड़ में फैली मवेशी चारागाह की जमीन
रिपोर्ट के मुताबिक, जिस जमीन पर पेड़ काटे गए वो वन भूमि है। यह सरकारी स्वामित्व वाली जमीन थी जिसे दो लोगों को आवंटित किया गया था।
यह मवेशी चारागाह की जमीन है जो 12 एकड़ में फैली है। राज्य के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने विक्रम सिम्हा की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि सिम्हा को अधिकारियों ने हासन जिले में 126 पेड़ों को अवैध रूप से काटने और लकड़ी बेचने के आरोप में अरेस्ट किया है।
उन्होंने कहा, ‘सिम्हा ने लगभग 126 पेड़ काटे जो 50-60 साल पुराने थे। यह आपराधिक कृत्य है। वन संरक्षण अधिनियम है और वृक्ष संरक्षण अधिनियम का यह उल्लंघन है। इसलिए मामला सामने आते ही अधिकारियों ने तुरंत ऐक्शन लिया।’