हमास द्वारा 7 अक्टूबर को हमला किए जाने के बाद से इजरायल की जवाबी कार्रवाई जारी है।
इजरायल इस बात पर तुला है कि जब तक वह हमास का खात्मा नहीं कर देगा तब तक वह शांति ने नहीं बैठेगा। हमास के लड़ाकों खत्म करने के लिए इजरायली युद्धक विमान ने कई मिसाइलें गाजा पर गिराईं।
इस बार इजराइल की ओर से संकेत मिल रहे हैं कि अब हमास का नेता याह्या सिनवार उनके निशाने पर है।
इजरायली सैन्य खुफिया एजेंसी के फिलिस्तीन विभाग के पूर्व प्रमुख और देश के सैन्य विशेषज्ञों में से एक माइकल मिलस्टीन ने कहा कि गाजा में हमास के मुख्य नेता याह्या सिनवार ने इजरायली सरकार को ध्यान में रखते हुए 7 अक्टूबर के हमले की योजना बनाई थी।
उसकी हरी झंडी के साथ, हमास की सैन्य शाखा अल कासिम ब्रिगेड के प्रमुख मोहम्मद डेफ ने यहूदियों के पवित्र दिन सिम्हात तोराह पर हमला किया।
निशाने पर हमास का ‘लादेन’
ऐसे में मिलस्टीन ने संकेत दिया कि इजरायली सेना गाजा पर कब्जा करने के बाद सिनवार को खत्म करने की हर संभव कोशिश करेगी।
माइकल मिलस्टीन ने कहा, “सिनवार ने तेल अवीव को सफलतापूर्वक बेवकूफ बनाया है। इजरायल ने सरकार के भीतर यह धारणा बनाई कि हमले के रास्ते से हटकर हमास गाजा में स्थिरता बहाल करने की कोशिश कर रहा है।
सिनवार अब इजरायल मुख्य लक्ष्य है।” पूर्व इजरायली खुफिया विभाग ने यह भी दावा किया कि हमास के शीर्ष नेताओं में से एक सिनवार अब गाजा में एक भूमिगत बंकर में छिपा हुआ है।
सुरंग बनेगी हमास की कब्र?
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही कह चुके हैं कि गाजा में ऑपरेशन तब तक खत्म नहीं होगा जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता। उन्होंने गाजा की सुरंगों में सैन्य अभियान के बारे में हमास नेताओं को संदेश भी भेजा। हमास-इजरायल संघर्ष बीते एक महीने से ज्यादा दिनों से जारी है।
सोमवार को गाजा में मारे गए फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या करीब 13,500 तक पहुंच गई।
इनमें से 5,500 से अधिक बच्चे हैं। कई गिरफ्तारियों के बावजूद इजरायली सरकार अभी तक हमास के कमांडर तक नहीं पहुंच पाई।
ऐसे में आशंका है कि अगर इजरायली सेना ने गाजा सुरंग में उसकी तलाश शुरू की तो हताहतों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है।