इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर चीन के अचानक बदले रुख ने सभी को चौंका दिया है। चीन गाजा पर हो रहे इजरायल के पलटवार का विरोध कर रहा था।
अब चीन के विदेश मंत्री ने कहा है कि सभी देशों को आत्मक्षा का अधिकार है। ऐसे में चीन ने इजरायल के हमले का समर्थन कर दिया है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इजरायली समकक्ष से फोन पर बात की और कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करते हुए अपने नागरिकों की रक्षा का अधिकार सभी देशों के पास है।
बता दें कि इजरायल औऱ हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद चीन ने पहली बार इजरायल से राजनयिक स्तर की बात की है।
गौर करने वाली बात यह है कि इस युद्ध में अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देशों ने इजरायल का खुला समर्थन किया है।
चीन इन देशों के खिलाफ रहता है। अमेरिका से उसकी तनातनी रहती है। ऐसे में चीन का इजरायल का समर्थन कर देना बड़ी बात है।
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने भी एक साझा बयान जारी करके कहा है कि इजरायल को आत्मरक्षा करने का पूरा अधिकार है।
चीन की इस बात से लगता है कि वह भी मान चुका है कि इजरायल के पास आतंकियों पर कार्रवाई करने का अधिकार है। बता दें कि बीते सप्ताह शी जिनपिंग ने युद्ध विराम का आह्वान किया था और कहा था कि मिस्र और अन्य अरब देशों को इसके लिए इजरायल को तैयार करना चाहिए।
चीन ने अब इजरायल का समर्थन जरूर कर दिया है लेकिन हमास की निंदा अब तक नहीं की है। बता दें कि चीन का रुख अमेरिका के खिलाफ ही देखा गया है। यूक्रेन और रूस के युद्ध में भी चीन खुलकर रूस का समर्थन करता रहा है।
हमास ने इजरायल पर अचानक हमला करके कम से कम 1400 लोगों को मार दिया था। इसके बाद अमेरिका ने भी कहा था कि चीन को इजरायल के साथ खड़े होना चाहिए और हमास की निंदा करना चाहिए। अमेरिका ने चीन की आलोचना भी की थी।
इजरायल की तरफ से भी कहा गया था कि चीन की मीडिया रिपोर्ट्स और उसके नेताओं के रुख से उसे बहुत निराशा हुई है। बता दें कि इजरायल के पलटवार के बाद गाजा की तरफ से भी दावा किया गया है कि उसके 4 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं।