नीदरलैंड की एक शोध संस्थान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दावा किया है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान में बेहद शक्तिशाली भूकंप आ सकता है।
वैज्ञानिकों की इस भविष्यवाणी ने लोगों को डरा दिया है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि जिस वैज्ञानिक ने यह चेतावनी जारी की है, उसी कुछ महीने पहले तुर्की और सीरिया में भी घातक भूकंप की भविष्यवाणी की थी।
जिसमें 50 हजार से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। पाकिस्तान पहले ही बाढ़ के बाद आर्थिक मोर्चे पर परेशानी झेल रहा है। अब डच वैज्ञानिक की भविष्यवाणी ने पाकिस्तानियों को डरा दिया है।
नीदरलैंड की सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (एसएसजीईओएस) के एक शोधकर् फ्रैंक हूगरबीट्स ने कहा है कि पाकिस्तान और उसके आसपास के हिस्सों में मजबूत वायुमंडलीय उतार-चढ़ाव देखा गया है जो “आने वाले दिनों में विनाशकारी भूकंप का संकेत देता है। हूगरबीट्स ने संभावित भूकंप की भविष्यवाणियों के बारे में निष्कर्ष पर पहुंचने के प्रति सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
तुर्की और सीरिया पर की थी भविष्यवाणी
हुगरबीट्स, जिन्होंने अतीत में तुर्की और सीरिया में घातक भूकंपों की भविष्यवाणी करने के लिए ग्रह संरेखण का उपयोग किया था, ने एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “30 सितंबर को हमने वायुमंडलीय उतार-चढ़ाव दर्ज किया, जिसमें पाकिस्तान के कुछ हिस्से और उसके आसपास के हिस्से शामिल थे। यह सही है। यह आगामी तीव्र झटके का सूचक हो सकता है (जैसा कि मोरक्को के मामले में था)। लेकिन हम निश्चित तौर पर नहीं कह सकते कि ऐसा होगा।”
आज का दिन बेहद अहम
पहले के एक पोस्ट में, शोधकर्ता ने कहा था कि 1-3 अक्टूबर एक प्रमुख भूकंपीय घटना के संकेतक के लिए “अधिक महत्वपूर्ण” होगा। उन्होंने “बड़े भूकंप” की अफवाहों को भी खारिज कियाष इस बात पर भी जोर दिया कि यह भविष्यवाणी गलत भी हो सकती है। कहा कि अक्सर जब हम कहते हैं कि तेज भूकंप आने की संभावना है, तो अफवाहें सामने आती हैं कि “बड़ा भूकंप आएगा।” ये अफवाहें झूठी हैं! संकेतक हो सकते हैं, हां। लेकिन इसकी कोई निश्चितता नहीं है कि ऐसा होगा।”
पाकिस्तान क्या बोला
उधर, भूकंप की भविष्यवाणी पर पाकिस्तान मौसम विभाग का बयान सामने आया है। राष्ट्रीय सुनामी केंद्र कराची के निदेशक अमीर हैदर लघारी ने अटकलों को खारिज कर दिया, और जोर देकर कहा कि भूकंप के समय और स्थान की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, लघारी ने कहा कि पाकिस्तान से गुजरने वाली दो प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा रेखा के भीतर किसी भी बिंदु पर भूकंप आ सकता है और भविष्यवाणी करना असंभव है।