मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शायर हाजी हसन अली ’हसन’ की 02 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने हसन के उर्दू भाषा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को याद करते हुए कहा है कि हाजी हसन अली ‘हसन‘ ने उर्दू भाषा को जनप्रिय बनाने के लिए कई काम किए।
हाजी हसन ने हिन्दी से उर्दू पढ़ना-लिखना सीखने के लिए कई किताबें लिखी, इससे दोनों भाषाओं को सीखने और समझने में रूचि रखने वालों को आसानी हुई है। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में राज्य अलंकरण की स्थापना की है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि उनका साहित्य उर्दू भाषा को जानने और जनसामान्य में प्रचलित करने के लिए हमेशा रौशनी देता रहेगा।