INDI गठबंधन में सीट शेयरिंग पर अब तक कोई बड़ा ऐलान नहीं हो सका है।
इसी बीच अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की केरल की वायनाड सीट भी पार्टियों के रडार पर आती नजर आ रही है।
खबर है कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया यानी CPI की तरफ से राहुल को वायनाड सीट से चुनाव नहीं लड़ने का सुझाव दिया गया है। खास बात है कि यहां कांग्रेस और सीपीआई के बीच सीधा मुकाबला रहता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, वाम दल के नेता और राज्यसभा सांसद संदोश कुमार पी ने पार्टी की बैठक में यह सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा कि सीपीआई को कांग्रेस को कहना चाहिए कि वे राहुल को वायनाड सीट से उतारने के फैसले पर दोबारा विचार करें।
रिपोर्ट के मुताबिक, कुमार का कहना है कि INDI गठबंधन के सदस्यों के तौर पर दलों को आपस के बजाए भारतीय जनता पार्टी से लड़ने की कोशिश करनी चाहिए।
खबर है कि इसे लेकर कांग्रेस का कहना है कि सीपीआई की तरफ से कोई दबाव नहीं है। साथ ही वायनाड सीट पर फैसला बाद में लिया जाएगा।
इधर, सीपीआई का कहना है कि पार्टी के फोरम में महज एक विचार पेश किया गया था और इसपर अब तक कोई आधिकारिक चर्चा नहीं हुई है।
विपक्षी गठबंधन की बैठकों का दौर जारी है, लेकिन अब तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हो सका है।
कांग्रेस की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
कहा जा रहा है कि भले ही यह चर्चा सिर्फ सीपीआई में ही चल रही हो, लेकिन आने वाले समय में कई छोटे दल और क्षेत्रीय पार्टियां इस तरह की मांग सामने रख सकती हैं।
खास बात है कि विपक्षी गठबंधन में सबसे बड़ा दल कांग्रेस ही है। बहरहाल, यह कहा जा रहा है कि पार्टियां मध्य प्रदेश, राजस्थान, मिजोरम, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के चुनाव के नतीजों को देखकर बड़ा फैसला ले सकती हैं।
अमेठी से लड़ते थे राहुल
उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट राहुल और गांधी परिवार का गढ़ रही है। यहां उन्होंने साल 2004 के बाद कई बार जीत दर्ज की।
हालांकि, साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता को भाजपा की स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। तब राहुल ने अमेठी और वायनाड दोनों ही सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा था।