रूसी पुलिस की ओर से बैग की फोटो शेयर करने पर महिला पर जुर्माना लगाने का मामला जोर पकड़ रहा है। दरअसल, इस पर बैग पर लिखा हुआ था, ‘सेक्स अच्छा है, लेकिन राष्ट्रपति पुतिन की मौत बेहतर है।’
पीड़ित महिला का नाम एलेक्जेंड्रा है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि उस पर को प्रशासनिक अपराध संहिता की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया।
इतना ही नहीं, रूसी सेना को बदनाम करने के आरोप में एलेक्जेंड्रा पर 30,000 रूबल (करीब 25,872 रुपये) का जुर्माना लगाया गया।
एलेक्जेंड्रा ने कहा कि उसके इंस्टाग्राम अकाउंट के स्क्रीनशॉट को सबूत के तौर पर पेश किया गया। इनमें सूती बैग की एक तस्वीर थी जिस पर नीले रंग में लिखा गया था, ‘सेक्स कूल है, मगर पुतिन की मौत बेहतर।’ बैग पर युद्ध को खत्म करने का संदेश देने वाली बात भी लिखी थी।
इस संदेश को यूक्रेन पर रूसी सरकार के हमले से जोड़ा गया। मालूम हो कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध शुरू करने का आरोप है। कई सारे लोग रूस-यूक्रेन वार के लिए पुतिन को जिम्मेदार ठहराते हैं।
‘टैटू दिखाने के लिए किया मजबूर’
सादे कपड़ों में अधिकारी 28 जून को क्रास्नोडार स्थित एलेक्जेंड्रा के घर गए। वे उसे लेकर आंतरिक मामलों के मंत्रालय की ऑफिस पहुंचे, जहां पूछताछ की गई। महिला ने आरोप लगाया कि उसे अधिकारियों के सामने अपने टैटू दिखाने के लिए मजबूर किया गया।
पीड़िता की बांह पर बने टैूट में एक कुत्ते को इंद्रधनुषी दुपट्टा पहने हुए दिखाया गया था, जिस लिखा था कि कुत्ता समलैंगिक है। महिला ने कहा, ‘पुलिस अधिकारियों ने मुझे अपनी टी-शर्ट की आस्तीन ऊपर करने के लिए कहा। मेरे सभी टैटू की जांच की गई। अंग्रेजी में लिखे शब्दों का अनुवाद करने के लिए कहा गया। उन लोगों ने मेरे चेहरे और टैटू की तस्वीरें भी लीं।’
‘वकील से मिलने का नहीं दिया मौका’
एलेक्जेंड्रा ने कहा, ‘पुलिस अधिकारी को यह कहते हुए देखना मजाक लगा कि कुत्ते वाला टैटू प्रोपेगेंडा है। मुझे अपने वकीलों से भी मिलने का मौका नहीं दिया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने ताना मारा और सवाल किया कि उसकी मां ने इतने खराब व्यवहार वाली बेटी को कैसे बड़ा किया है। मैंने उन्हें बताया कि मेरी मां टीचर है।’
बता दें कि मजिस्ट्रेट कोर्ट ने एलेक्जेंड्रा को गैर-पारंपरिक यौन संबंधों के प्रचार-प्रसार और बदनाम करने के आरोपों में दोषी पाया। साथ ही उसके खिलाफ जुर्माने की राशि का भी ऐलान किया गया। इस मामले की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। कई सारे लोगों ने एलेक्जेंड्रा के समर्थन में आवाज उठाई है।