एक और राज्य में NCP में फूट, भतीजे के साथ सभी विधायक; शरद पवार को झटका…

नागालैंड के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सात विधायकों ने शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा को झटका देते हुए अजित पवार के गुट को समर्थन दिया है।

सूत्रों ने गुरुवार को नागालैंड राकांपा के हवाले से कहा कि पूरी राज्य कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों के साथ चर्चा के बाद नागालैंड में राकांपा ने अजीत पवार और प्रफुल्ल पटेल के नेतृत्व वाले गुट को मजबूत करने का नर्णिय लिया है।

पूर्वोत्तर राज्य के सात एनसीपी विधायकों ने आज एक बयान में कहा कि नागालैंड एनसीपी कार्यालय में सभी पार्टी कार्यकर्ता भी अजीत पवार का समर्थन करेंगे।

इस महीने की शुरुआत में, अजीत पवार और आठ अन्य राकांपा विधायक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र शिव सेना और भाजपा गठबंधन सरकार में शामिल हो गए। उस कदम ने शरद पवार की बनाई एनसीपी में दो फाड़ कर दिया।

पिछले कुछ दिनों में राकांपा प्रमुख के साथ अजित पवार की यह दूसरी मुलाकात थी। रविवार को उपमुख्यमंत्री और उनके खेमे के कुछ मंत्रियों ने वाई बी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मुलाकात की।
अजित पवार खेमे ने कहा कि वे मौजूदा स्थिति में शरद पवार का आशीर्वाद और मार्गदर्शन चाहते हैं, लेकिन शरद ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ”जिन लोगों ने अलग रास्ता (अजित पवार खेमा ने) अपनाया, वे आज शरद पवार से मिलने आए और उनसे मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने का कोई रास्ता सुझाने का अनुरोध किया।” पाटिल ने कहा, ”अजित पवार ने उनसे (शरद पवार से) समाधान निकालने और कोई रास्ता सुझाने को कहा।”

बैठक के बारे में पाटिल ने कहा कि राकांपा के मंत्रियों और कुछ विधायकों ने शरद पवार से मुलाकात की। पाटिल ने शरद पवार के हवाले से कहा, ”शरद पवार ने उन्हें बताया कि राकांपा नेता जनता के बीच गए थे और अपना रुख स्पष्ट रूप से व्यक्त किया था। उन्होंने उनसे पूछा कि ऐसी स्थिति में कोई रास्ता कैसे निकाला जा सकता है?” यह पूछे जाने पर कि शरद पवार सार्वजनिक रूप से सामने आकर अपना रुख स्पष्ट क्यों नहीं कर रहे हैं, पाटिल ने कहा, ”पवार ने पिछले हफ्ते नासिक जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया था, जहां उन्होंने अपना रुख स्पष्ट किया था। उनसे यह उम्मीद करने का कोई मतलब नहीं है कि वह लोगों के सामने आएंगे और अपना पक्ष रखेंगे।”

राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ”अगर वे (अजित गुट) फिर से शरद पवार से मिलना चाहते हैं तो वे आ सकते हैं।राजनीति में बातचीत बंद नहीं होना चाहिए।”

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उन्होंने शरद पवार से फिर से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि राकांपा एकजुट रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsaap