अफगानिस्तान में 2021 में तालिबान शासन के आते ही महिलाओं के अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
हाल ही में ब्यूटी पार्लरों को बंद करने का एक तालिबानी फरमान जारी किया गया। महिलाओं ने इसका विरोध किया है।
वे सड़कों पर उतर आई हैं। ये महिलाएं तालिबान के इस फैसले के खिलाफ काबुल में एकत्रित हुईं और उन्होंने “काम, रोटी और न्याय” के नारे लगाए।
तालिबान के लड़ाकों ने उनके खिलाफ पानी की बौछार भी की। कुछ प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि उनके खिलाफ स्टेन गन का भी इस्तेमाल किया गया।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बुधवार को करीब 50 महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
आपको बता दें कि तालिबान ने देशभर में हजारों ब्यूटी सैलून बंद करने के लिए 2 जुलाई से एक महीने का समय दिया है। उन्होंने कहा कि विग पहनना और भौंहें निकालने की प्रथा इस्लामी मूल्यों के खिलाफ है। साथ ही यह भी कहा जब जोड़े शादी करते हैं तो माता-पिता ब्यूटी पार्लरों पर पैसा बर्बाद कर रहे हैं।
जिम और पार्क जाने पर भी महिलाओं पर पाबंदी
इससे पहले महिलाओं को कक्षाओं, जिम और पार्कों में जाने से रोक दिया गया था। अभी हाल ही में तालिबान ने उन पर संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। अफगानिस्तान के चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि सभी ब्यूटी सैलून बंद होने से 60,000 नौकरियां चली जाएंगी।
पहले भी बंद हुए थे ब्यूटी पार्लर
इससे पहले भी अफगानिस्तान में ब्यूटी पार्लर बंद हुए थे। 1996 और 2001 के बीच में जब तालिबान का शासन था, तब यह फैसला लिया गया था। दो साल पहले जब अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान की सत्ता में वापसी होती हो तो फिर ऐसा ही फरमान जारी किया गया।
दुनिया ने की तालिबान की निंदा
तालिबान के द्वारा महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों की दुनिया के अधिकांश देशों ने निंदा की है। अफगानिस्तान में इसके विरोध में छोटे-मोटे छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन हर विरोध को दबा दिया गया।