टीवी के शोर में दब गईं थीं साक्षी की चीखें? आखिर क्यों तमाशबीनों ने दरिंदे साहिल को नहीं रोका, देखें विडियो…

घटना रविवार की ही है। देर रात करीब 8 बजे दिल्ली के शाहबाद की एक गली खून से सन गई। वजह थी 20 साल के साहिल की सनक, जिसने 16 साल की बच्ची की जान ले ली।

लड़की पर चाकू से 16 वार किए गए और यह सब आसपास टहल रहे लोगों की नजरों के सामने हुआ। एक ओर साहिल दरिंदगी कर रहा था।

वहीं, आम जनता इसे तमाशा मान गुजर रही थी। सवाल है कि आखिर किसी ने भी साहिल को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की?

टीवी की आवाज!
पास ही रहने वाली अल्का का 6 साल का बेटा बाहर खेल रहा था। चीखने की आवाजें आते ही उन्होंने बच्चे को अंदर खींच लिया।

उन्होंने कहा, ‘जैसे ही मैंने देखा कि बच्चा सड़क पर खेल रहा है, मैंने उसे अंदर खींच लिया। यह बेहद डराने वाला था।’ घटनास्थल से थोड़े ही दूर रहने वाले एक और शख्स बताते हैं कि टीवी की तेज आवाज के चलते उन्हें रोने और चिल्लाने की आवाज सुनाई नहीं दी।

उन्होंने कहा, ‘जब घर के बाहर ही रहने वाले लोगों ने दखल नहीं दिया, तो हम क्यों दें।’

सुनीता माथुर बताती हैं, ‘शाहबाद डेयरी के गुंडे पूरे शहर में बदनाम हैं और हम उनका सामना करने की हिम्मत नहीं कर सकते।

‘ वहीं, सीसीटीवी वीडियो में कथित तौर पर नजर आए एक शख्स के पिता इंद्र देव ने कहा कि वह असहाय होकर देखने के बजाए उसे बचाने के लिए कुछ कर सकता था। देव के मुताबिक, ‘जब वह घर आया तो बहुत डरा हुआ था, लेकिन थोड़ी बहादुरी बच्ची को बचा सकती थी।’

उन्होंने कहा, ‘इस इलाके में और खासतौर से यह गली ड्रग्स लेने वालों के चलते बदनाम है। यह लोग खुले में शराब पीते हैं और अगर कोई सवाल करता है, तो उसपर हमला कर देते हैं। जिस जगह हमले इतने आम हैं, वहां शायद ही कोई अपनी जान जोखिम में डाले।’

दरिंदगी का वीडियो
शाहबाद में हुई दरिंदगी का करीब डेढ़ मिनट का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। एक ओर जहां साहिल लगातार नाबालिग पर चाकू से हमले कर रहा है।

वहीं, पास से लोगों का शांति से गुजरना जारी है। वीडियो में नजर आ रहा है कि साहिल ने पहले लड़की पर चाकू से हमला किया। बाद में उसने पत्थर उठाकर कई बार उसके शरीर पर पटका। इसके बाद भी वह नहीं रुका और शव पर लात घूंसे बरसाने लगा।

गिरफ्तार हुआ साहिल
घटना के करीब 18 घंटों के भीतर ही दिल्ली पुलिस ने बुलंदशहर से साहिल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया है कि पिता के अलावा परिवार के किसी भी सदस्य को हिरासत में नहीं लिया गया है।

नाम नहीं छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमने किसी भी चश्मदीद को हिरासत में नहीं लिया है, लेकिन उनसे पूछताछ की है। चार लोगों ने कहा है कि वे पुलिस की किसी भी तरह मदद नहीं कर सकते।’

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