400 से अधिक प्रशिक्षणार्थी ने लिया प्रशिक्षण
अनाथ एवं दिव्यांग बच्चों को दिया गया निःशुल्क प्रशिक्षण
संस्कृति विभाग द्वारा पारंपरिक कलाओं पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर आकार-2023 का समापन कल 19 मई को होगा। प्रशिक्षण शिविर में युवा, बच्चे और बुजुर्गों ने उत्साह के साथ प्रशिक्षण लिया।
प्रशिक्षण शिविर में 400 से अधिक प्रशिक्षणार्थी अलग-अलग विधाओं में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में अनाथ एवं दिव्यांग बच्चों को भी इन विधाओं में निःशुल्क प्रशिक्षण दिया गया।
समापन दिवस पर प्रशिक्षुओं द्वारा निर्मित कलाकृतियों एवं सामग्रियों को परिसर में प्रदर्शित करने के साथ ही प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा पारंपरिक शिल्प और कलाओं के संरक्षण, प्रचार-प्रसार, जागरूकता तथा लोगों में इनके प्रति रूचि जागृत करने के उद्देश्य से आकार-2023’ का आयोजन किया गया था।
‘आकार-2023’ प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागियों को म्यूरल आर्ट, पेपरमेसी, क्ले आर्ट, काष्ठ, बांस शिल्प एवं मूर्तिकला, चित्रकला, मधुबनी आर्ट, पटचित्र, धान ज्वेलरी, ड्राई फ्लावर, ग्लास पेंटिंग, गोदना आर्ट, पैरा आर्ट, टेराकोटा, रजवार भित्ती, क्लासिकल नृत्य, नाटक, फोक डांस, जूट शिल्प, मेहंदी आर्ट, गोबर आर्ट, वारली आर्ट, पिछवाई आर्ट, सेंड आर्ट, मंडला आर्ट, मांदना आर्ट, गोंड आर्ट, सौरा आर्ट, स्केच पेंटिंग, केनवाश पेंटिंग, बोनसाई आर्ट, वाद्य-यंत्र निर्माण एवं प्रशिक्षण जैसी विधाओं का प्रशिक्षण दिया गया।