प्रवीण नंगिया- ज्योतिष सलाहकार:
साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल (Surya Grahan in april) दिन गुरुवार को लगने वाला है।
यह ग्रहण सुबह 07 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। इस बार 20 अप्रैल को वैशाख अमावस्या और शनि जयंती भी पड़ रही है जिसके कारण यह तारीख बेहद खास होने वाली है।
ऐसे में अगर आप इस दिन पितर दोष (Pitar dosh) और कालसर्प दोष (kalsharp dosh) से मुक्ति पाने के लिए उपाय कर लेती हैं तो लाभ तुरंत मिलेगा।
काल सर्प और पितर दोष से कैसे पाएं मुक्ति
- मान्यता है कि इस दिन पितरों का श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण करने से कुंडली में मौजूद पितर दोष और काल शर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है।
- इस दिन काल शर्प दोष (kalsharp dosh) से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस दिन आप भोलेनाथ का दूध से अभिषेक करें और शिव मंत्रों का जाप करें।
- वहीं, इस दिन शनि जयंती भी मनाई जाता है। ऐसे में सुबह में बरगद और पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं। शाम के समय बरगद के पेड़ के नीचे घी का दीया जलाएं। इससे शनि के शुभ फल प्राप्त होंगे।
- इस दिन शनि देव (Shani dev) के 10 नामों का उच्चारण करें। शनि देव के नाम हैं, कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद व पिप्पलाद।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। वार्ता 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)