छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के जशपुर में दिल को झकझोर देने वाला हृदय विदारक मामला सामने आया है।
यह पर एक ही परिवार के चार लोगों ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी। मृतकों में पति-पत्नी समेत 2 बच्चे शामिल हैं, जिनमें एक बच्चा 1 साल, दूसरी बच्ची 3 साल की है।
चारों मृतक राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवार से हैं। घटना की सूचना मिलते जशपुर जिले की पुलिस मौके पर पंहुची और फोरेंसिक टीम ने भी बारीकी से मामले की जांच की है।
घटना के बाद जिला कलेक्टर डॉ। रवि मित्तल पूरे प्रशासनिक अमले के साथ घटनास्थल पर पंहुचे थे और उन्होंने मृतक परिवार से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेते हुए हर संभव मदद की बात कही है,
जानकारी के अनुसार कोरबा के बगीचा थाने के झुमरा डूमर गांव की यह घटना है। जब बगीचा पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो मौके पर फोरेंसिक टीम के साथ एडिशनल एसपी मौके पर पंहुच गए।
यहां का दृश्य हृदयविदारक था। एक ही पेड़ पर एक रस्सी में 1 साल का भाई और 3 साल की बहन फांसी के फंदे पर झूल रहे थे। वहीं, दूसरे फंदे पर पति-पत्नी का शव लटका था।
पुलिस घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है। वहीं, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जिला कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने मृतक परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
वहीं, पहाड़ी कोरवाओं की मौत को लेकर भाजपा ने अपनी जांच कमेटी गठित कर दी है। जांच कमेटी में शामिल जिला पंचायत अध्यक्ष ने पहाड़ी कोरवाओं की मौत को सरकार की विफलता बताया है।
उमेश कश्यप एडिशनल एसपी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिवार ने जान क्यों दी, इसके बारे में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।