मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका, पद्मा विभूषण श्रीमती तीजनबाई को संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (अकादमी रत्न) मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि पद्मा विभूषण श्रीमती तीजन बाई ने छत्तीसगढ़ की लोक गायन परंपरा पंडवानी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई। हमारी छत्तीसगढ़ की संस्कृति को देश और विदेश में एक नई पहचान देने में उनका अभूतपूर्व योगदान है।
पद्मा विभूषण श्रीमती तीजन बाई को गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप और छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक गायिका, पद्मश्री सम्मान से सम्मानित और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की कुलपति डॉ. मोक्षदा (ममता) चंद्राकर को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने डॉ मोक्षदा (ममता) चंद्राकर को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने लोक कला संगीत के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों से छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है।