मुख्यमंत्री शामिल हुए डड़सेना कलार समाज के सरहरगढ़ महोत्सव में 90 लाख रूपये के विभिन्न विकास कार्यों की दी सौगात।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कलार समाज सहित समूचे देश एवं छत्तीसगढ़ की गौरव माता बहादुर कलारिन ने करूणा के साथ-साथ अदम्य साहस की अनुपम मिशाल पेश की है।
मुख्यमंत्री बघेल आज बालोद जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम सोरर में डड़सेना कलार समाज द्वारा आयोजित सरहरगढ़ महोत्सव के अवसर पर अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बहादुर कलारिन ने अपने सहासिक कार्यों के माध्यम से यह बताया कि महिलाएॅ केवल घर की चारदिवारी तक ही सीमित नहीं है, वरन् उनमें भी निर्णय लेने की क्षमता है।
उन्होंने यह साबित किया है कि महिलाएॅ जहॉ एक ओर करूणा एवं मानवीय संवेदना से ओतप्रोत हैं, वहीं दूसरी ओर वे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर उसका प्रतिकार करना भी जानती है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डड़सेना कलार समाज के सामाजिक भवन हेतु 50 लाख रूपये, अर्जुनी में सामुदायिक भवन के निर्माण हेतु 20 लाख रूपये, ग्राम सोरर में ग्राम पंचायत भवन से तुकाराम के घर तक सीसी सड़क निर्माण हेतु 10 लाख रूपये और ग्राम पंचायत अर्जुनी में विकास कार्यों के लिए 10 लाख रूपये सहित कुल 90 लाख रूपये के विकास कार्यों की सौगात दी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि माता बहादुर कलारिन की पावन कर्मभूमि सोरर में आकर यहॉ की पूण्य माटी की दर्शन करने की उनकी बहुत पुरानी ईच्छा थी, जो आज पूरी हो रही है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार माता बहादुर कलारिन की त्याग और बलिदान से प्रेरणा लेकर राज्य के चहुॅमुखी विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
पिछले चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान हमारा राज्य प्रत्येक क्षेत्रों में प्रगति की है। आप सभी के आर्शीवाद से हमारे राज्य में किसान, मजदूर, व्यापारी, युवा, महिला सहित सभी वर्गों का निरंतर प्रगति हो रही है।
इस अवसर पर उन्होंने राज्य शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के फलस्वरूप राज्य में हो रहे परिवर्तन के संबंध में प्रकाश डालते हुए कहा कि पहले गोबर केवल घर के लिपाई के लिए ही काम आता था, लेकिन आज गोबर पोताई के लिए भी काम आ रहा है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राज्य में गोबर पेंट के निर्माण कार्य शुरू होने से स्कूल, आंगनबाड़ी, ग्राम पंचायत सहित सभी शासकीय कार्यालयों की पोताई गोबर पेंट से किया जाएगा।
उन्होंने जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम बरही के प्राकृतिक पेंट इकाई से गोबर पेंट उत्पादन शुरू होने की जानकारी देते हुए इसे राज्य एवं जिले के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य के 29 स्थानों पर गोबर पेंट निर्माण की शुरूआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ग्रामीण नौजवान युवकों को रोजगार दिलाने हेतु महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना करने जा रही है।
हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की परम्परागत अनाज कोदो-कुटकी, रागी के महत्व से भी देश और दुनिया को परिचित कराने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी मॉग पर केन्द्र सरकार के द्वारा मिलेट्स को मध्यान्ह भोजन में शामिल करने की सहमति दी गई है। मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम स्थल में पहुॅचकर सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी एवं भगवान सहस्त्रबाहु के तैलचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा और डड़सेना कलार समाज के जिला अध्यक्ष चमन सिन्हा ने भी संबोधित किया। पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा, डड़सेना कलार समाज के प्रदेशाध्यक्ष दीपक सिन्हा, संरक्षक भोजराज सिन्हा, नगर पालिका परिषद बालोद के अध्यक्ष विकास चोपड़ा, नगर पंचायत छुरिया के अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी सिन्हा, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती चन्द्रप्रभा सुधाकर, सरपंच श्रीमती शशिकला कुंभज सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सामाजिक प्रमुखगण और बड़ी संख्या में डड़सेना कलार समाज के लोग उपस्थित थे।